महागंठबंधन छोड़ जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के बीजेपी के साथ मिल जाने पर बागी हुए राज्यसभा सांसद शरद यादव की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए कहा है।
जेडीयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, "अगर शरद यादव पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं या फिर नीतीश कुमार के खिलाफ अभियान चलाते हैं तो उन्हें राज्यसभा से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा, "शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी का पक्ष रखने के लिए पद दिया गया था ना कि किसी दूसरे काम के लिए। इसलिए अगर उनमें थोड़ी भी शर्म हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।"
अजय आलोक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर जरा सी भी शर्म बची हो तो शरद यादव को राज्य सभा की सदस्यता छोड़ देनी चाहिए। उनके मुताबिक, यह समय ऐसा है जब शरद यादव को अपना अहम छोड़कर राज्य सभा को शीर्ष प्राथमिकता देनी चाहिए।
अजय आलोक ने आगे कहा, बिहार ने निश्चित रूप से 'महागठबंधन' को जनादेश दिया था, मगर भष्ट्राचार में शामिल होने के लिए नहीं। इससे पहले पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि शरद जी और इस्तीफ़ा वो भी राज्य सभा से ?? पागल हैं क्या ?? स्वाभिमान अपनी जगह राज्य सभा पहले , चुनाव हारते ही 04 या 14 पहले राज्य सभा गए।
शरद जी और इस्तीफ़ा वो भी राज्य सभा से ?? पागल हैं क्या ?? स्वाभिमान अपनी जगह राज्य सभा पहले , चुनाव हारते ही 04 या 14 पहले राज्य सभा गए
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) August 12, 2017
गौरतलब है कि भाजपा के साथ गठबंधन के बाद बागी तेवर अपनाए हुए शरद यादव को शनिवार को जेडीयू ने राज्यसभा में पार्टी नेता पद से हटा दिया था। वहीं इस मामले में शरद यादव ने कहा था कि वह इस तरह की चीजों को गंभीरता से नहीं लेते।