राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ उनके न्यायिक हिरासत में साये की तरह साथ रहने वाला इरफान अंसारी लापता है। रोज सुबह से लेकर रात तक रिम्स और रिम्स निदेशक के केली बंगला में बाहर भीतर दिखता रहने वाला इरफान लालू-ललन पासवान प्रकरण में सुशील मोदी द्वारा जारी ऑडियो के वायरल होने के बाद से लापता है। बिहार के विधानसभा चुनाव के दौरान जब केली बंगला की रौनक बढ़ी रहती थी संदेशवाहक के रूप में इरफान को ही लोग सबसे मुफीद मानते थे। मुलाकात करना हो या पुर्जा पहुंचाना हो।
इस दौरान उसकी चलती रही। लालू प्रसाद की सेवा का नतीजा रहा कि पार्टी का एक अनजान सा कार्यकर्ता एक साल पहले ही प्रदेश महासचिव बन गया। अब बच्चों वाले एक आयोग में भी उसे समायोजित करने की तैयारी है। इरफान के करीबी बताते हैं कि लालू प्रसाद की ओर से उसे आश्वासन मिला था कि सत्ता आयी तो सदन में जाने का भी मौका मिलेगा। बहरहाल इरफान ने अपना मोबाइल भी बंद कर रखा है।
जानकार बताते हैं कि ऑडियो वायरल होने के बाद एक मोबाइल नंबर भी सुशील मोदी ने सार्वजनिक किया था जिसके बारे में कहा गया कि इसी नंबर से लालू प्रसाद ने फोन किया था। मामले के तूल पकड़ने के बाद झारखंड सरकार ने भी इसे गंभीरता से लिया और जांच का आदेश दिया कि लालू प्रसाद के पास मोबाइल कैसे पहुंची, जेल मैनुअल का किस रूप में उल्लंघन हो रहा है। जानकार बताते हैं कि आंच इरफान तक न पहुंचे इसी डर से वह भूमिगत हो गया है।