बिहार में सीटों को लेकर एनडीए में जारी खींचतान खुलकर सामने आ गई है। सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच बातचीत चल रही है। लेकिन, केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को अभी तक इसमें शामिल नहीं किया गया है। इससे नाराज रालोसपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष नागमणि ने शनिवार को भाजपा को खुली चेतावनी देते हुए नीतीश कुमार की जेडीयू से छुटकारा पाने को कहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार के कारण एनडीए का सर्वनाश हो जाएगा। उन्होंने कहा, “जेडीयू का जनाधार केवल 1.5 फीसदी है, जबकि रालोसपा का जनाधार 10 फीसदी है। भाजपा नीत एनडीए छोड़ने के लिए रालोसपा को मजबूर किया जा रहा है। यदि पार्टी राजद, कांग्रेस और हम के महागठबंधन का हिस्सा बनी तो भाजपा को बड़ा नुकसान होगा।”
इस बीच, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया है कि रालोसपा जल्द ही महागठबंधन में शामिल होगा। जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने इस मामले में टिप्पणी से इंकार किया है। गौरतलब है कि 2013 में नीतीश कुमार से अलग होकर रालोसपा बनाने वाले कुशवाहा 2014 के लोकसभा और 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में थे। लोकसभा में तीन फीसदी तो विधानसभा चुनाव में उन्हें करीब ढाई फीसदी वोट मिले। लेकिन, एनडीए में जदयू की वापसी के बाद से ही वे कशमकश में हैं। पार्टी सांसद अरुण कुमार की बगावत ने भी एनडीए में उनका रसूख कम किया है। इसके बाद से उनके महागठबंधन में शामिल होने को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही है।