शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा, जिस तरह से नोटबंदी को लागू किया गया, मैं उसपर गंभीर रूख अपनाने से नहीं हिचकिचाऊंगा। उन्होंने कहा, यूरोपीय संघ से निकलने से पहले ब्रिटेन में जिस तरह जनमत संग्रह हुआ, वैसा ही यहां पर एक सर्वेक्षण कराया जा रहा है। लेकिन लोगों की प्रतिक्रिया देखकर उनके ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को पद छोड़ना पड़ा था। ठाकरे ने पूछा, क्या यहां भी वैसा ही होगा। ठाकरे परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री द्वारा लोगों से एक एप्प पर नोटबंदी को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया मांगे जाने का हवाला दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जब लोगों की आंखों में आंसू है, ऐसे वक्त में मोदी के भावुक होने का कोई मतलब नहीं है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, एक व्यक्ति 125 करोड़ लोगों के लिए फैसला नहीं ले सकता। नकदी बंद करने का फैसला लेने के पहले लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था। ठाकरे ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जाने-माने अर्थशास्त्री हैं। इसलिए उनकी बातों और विचार को गंभीरता से लेना चाहिए। जिस तरह रकम जमा करवायी जा रही है, लगता है कि आम आदमी से धन लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा, बहुत सारी आकांक्षाओं के साथ आपको सत्ता में लाने वाले लोगों की आंखों में आपने आंसू ला दिए।