बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ पटना में मोर्चा खोलने के बाद शरद यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो, 19 अगस्त की पार्टी मीटिंग में उनके निष्कासन की औपचारिक घोषणा हो सकती है।
गौरतलब है कि गुरूवार को बिहार दौरे पर गए शरद यादव ने कहा कि गठबंधन टूटने और फिर अलग पार्टी के समर्थन से सरकार बनाने की घटना से लोकतंत्र में विश्वास पर संकट पैदा हो गया है। शरद ने कहा कि 70 साल के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि दो दल आमने-सामने लड़े हों और फिर बीच में ही मिल गए हों।
बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़ने और भाजपा के साथ सरकार बनाने के बाद से शरद यादव लगातार नाराज चल रहे हैं। उनकी बातों से स्पष्ट है कि वह पार्टी के इस फैसले से खुश नहीं हैं और बागी तेवर अपनाए हुए हैं। शरद यादव नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं।
शरद यादव ने महागठबंधन तोड़ने के विरोध में तीन दिवसीय जन-संवाद यात्रा निकालने का ऐलान किया था, जो गुरुवार यानी 10 अगस्त से लेकर 12 अगस्त तक चलेगी। इसी सिलसिले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद यादव ने गुरुवार को कहा कि वे अब भी गठबंधन के साथ खड़े हैं।
मुजफ्फरपुर से निकलते हुए। pic.twitter.com/C63b1ujJlb
— SHARAD YADAV (@SharadYadavMP) 11 August 2017
आज मुजफ्फरपुर, चांदनी चौक, जीरो माइल, गरहा, बोचाहा, मझौली, सर्फुद्दीनपुर, जारंग, गायघाट, बेनीबाग, दरभंगा, मधुबनी में जनता से सीधा संवाद। pic.twitter.com/TFrstNybzp
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