पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होने के साथ ही सियासी रणनीति तैयार होने लगी है। राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी के बाद अब शिवेसना ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को अपना समर्थन देते हुए कहा कि वह पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी।
ममता बनर्जी को ‘बंगाल की असली शेरनी’ बताते हुए शिवसेना ने तृणमूल कांग्रेस से एकजुटता दिखाने का संकल्प लिया। इससे पहले पार्टी ने कहा था कि वह राज्य में चुनावी मुकाबले में उतरेगी।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने एक ट्वीट कर इसकी घोषणा की। उन्होने कहा कि पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा के बाद यह फैसला किया गया। राउत ने कहा कि इस वक्त ‘‘दीदी बनाम अन्य सभी’’ का मुकाबला लग हो रहा है।
संजय राउत ने कहा, ‘‘बहुत लोग यह जानना चाहते थे कि शिवसेना पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ेगी या नहीं। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे जी के साथ चर्चा के बाद यह फैसला किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि ममता दीदी के खिलाफ धन-बल, मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा। इसलिए शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव नहीं लड़ने और उनके साथ खड़ा रहने का फैसला किया है। हम ममता दीदी की जबरदस्त सफलता की कामना करते हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों के लिए 8 चरण में चुनाव होंगे और 2 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।