शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर करारा हमला करते हुए कहा है कि इस पार्टी के पास अब कोई विचारधारा नहीं बची है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस किसी के पास धन की शक्ति हो वह भाजपा में शामिल हो सकता है।
पालघर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के दौरान मोखदा शहर की रैली में उन्होंने अपनी पार्टी के सदस्यों को ‘मनी बैग्स’ कहे जाने को गलत बताया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता ईमानदार हैं और इन्हें पैसे की लालच में नहीं लाया जा सकता।
पालघर में 28 मई को वोट डाले जाएंगे और शिवसेना ने यहां से श्रीनिवास वांगा को मैदान में उतारा है। श्रीनिवास भाजपा के पूर्व सांसद चिंतामन वांगा के पुत्र हैं। इन्हीं के निधन की वजह से यहा उपचुनाव हो रहा है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि आपलोग जिस भगवा झंडे के नीचे चिंतामन वांगा के नेतृत्व में काम करते थे वह अब कहीं से भगवा नहीं रह गया है। इस पार्टी में अब कोई विचारधारा नहीं बची है। आप उन्हें पैसा (मनीबैग) दिखा कर उनकी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो ईमानदार लोग मेरे साथ हैं वे मेरे मनीबैग हैं।
केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि चितामन वांगा के निधन की वजह से पालघर सीट का खाली होना दुखद है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा उनके बेटे श्रीनिवास को टिकट देती तो वह खुद उनके लिए प्रचार करते।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि सीएम शायद यह सोचते हैं कि आदिवासी परिवार के गरीब व्यक्ति से पार्टी को ज्यादा फायदा नहीं होने वाला है। उद्धव ने कहा कि फडणवीस को यह लगता होगा कि श्रीनिवास के पास पैसा नहीं है और न ही उनके पास कोई समर्थन होगा। उनसे यह बात कौन पूछेगा? लेकिन उन्हें इस बात का आभास नहीं है कि हम वैसे लोग नहीं हैं जो धन को पैसे से गिनते हैं। हम दूसरे के दिल के आकार से धन को गिनते हैं।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जब वांगा परिवार उनके पास आया तो उन्होंने कहा कि भाजपा ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया है और वह (श्रीनिवास) दूसरी पार्टी में नहीं जाना चाहते क्योंकि उनके पिता भगवा के साथ खड़े रहते थे। उद्धव ने कहा कि भाजपा एक ओर स्वर्गीय चिंतामन वांगा की तस्वीर लेकर वोट मांग रही है तो दूसरी ओर उनके बेटे को हराने में लगी है। उन्होंने कहा कि ऐसा देखना काफी बुरा लगता है। श्रीनिवास की जीत वफादारी की जीत होगी।