राज्य की सत्ताधारी पार्टी अन्नाद्रमुक ने पिछले चुनाव में भी अपने प्रत्याशियों की सूची में कई बार फेरबदल किया था। इस बार यह प्रवृत्ति अपनी ठोस योजना के लिए जानी जाने वाली द्रमुक में भी देखी जा रही है। अब तक अन्नाद्रमुक अपने प्रत्याशियों की सूची की छह बार समीक्षा कर चुकी है। उसकी पहली सूची का ऐलान इस माह के शुरू में ही हुआ था। एम करूणानिधि की अगुवाई वाली द्रमुक ने अरक्कोनम और शोलावंदन सुरक्षित सीटों के साथ-साथ ओरथनाडु सीट पर भी अपने प्रत्याशी बदले हैं। साथ ही अब उसने ऐलान किया है कि मणिथानेय मक्कल काट्ची (एमएमके) को आवंटित उलुंदुरपेट सीट पर भी वह अपना प्रत्याशी उतारेगी। यहां मुकाबला डीएमडीके के संस्थापक विजयकांत से है जिनकी पार्टी से करुणानीधि को गठबंधन की उम्मीद थी। लेकिन अभिनय की दुनिया से राजनीति में आए विजयकांत ने चार दलीय पीपुल्स वेलफेयर फ्रंट (पीडब्ल्यूएफ) के साथ जाना बेहतर समझा।
उधर अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता ने चार अप्रैल को अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की थी जिसके बाद से अब तक छह बार पार्टी अपने प्रत्याश्यिों में बदलाव कर चुकी है। नवीनतम बदलाव कल ही हुआ है। पिछले चुनावों में भी जयललिता कोई कारण बताए बिना प्रत्याशियों को बदलती रही हैं। द्रमुक और अन्नाद्रमुक प्रत्याशियों को बदलने का कारण आधिकारिक तौर पर नहीं बताते लेकिन समझा जाता है कि ऐसे मामलों में स्थानीय कारकों की अहम भूमिका रहती है।