तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि ‘‘कुछ लोगों को द्रविड़म शब्द से दिक्कत है’’ क्योंकि द्रविड़वाद एक ऐसी ताकत है जो उत्पीड़न और अन्याय का विरोध करती है।
स्टालिन ने कहा कि यह ‘तीक्ष्ण हथियार’ (द्रविड़म) जाति के नाम पर उत्पीड़न का विरोध करता है और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करता है।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष स्टालिन ने तमिल थाई वल्थु (राज्य गान) विवाद को लेकर राज्यपाल आर. एन. रवि पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोगों को द्रविड़म शब्द से परेशानी है। इसलिए उन्हें इसका उच्चारण करने में तकलीफ होती है।’’
राज्य के वन मंत्री के. पोनमुडी द्वारा लिखित एक पुस्तक का विमोचन करने के बाद एक समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि द्रमुक शासन ने जाति, रीति-रिवाजों और परंपरा के नाम पर समय के साथ बनाई गई सभी बाधाओं को तोड़ने के लिए कानून बनाए। उन्होंने कहा, ‘‘"हमारी कार्यशैली ऐसी बाधाओं को खत्म कर रही है।’’
स्टालिन ने पूछा, ‘‘एक व्यक्ति हैं, आप जानते हैं कि मैं किसकी बात कर रहा हूं। वह पेरियार (तर्कवादी नेता) का नाम नहीं लेते... अगर यह हिंदी महीना है तो वह तमिल थाई वल्थु गाते समय द्रविड़म शब्द को छोड़ देते हैं। क्या ‘द्रविड़ नाल थिरुनादुम’ कहने से आपकी जीभ संक्रमित हो जाती है?’’