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अब आंध्र प्रदेश में कैश फॉर वोट में फंसी टीडीपी

ऐसा लगता है कि तेलगु देशम पार्टी ने तेलंगाना में कैश फॉर वोट मामले में अपने विधायक की गिरफ्तारी के बावजूद कुछ नहीं सीखा है। तभी तो पार्टी आंध्र प्रदेश में भी विधान परिषद चुनावों में भी ऐसे ही तरीके अपनाने से नहीं चूक रही है।
अब आंध्र प्रदेश में कैश फॉर वोट में फंसी टीडीपी

आरोप है कि मंगलवार को आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में टीडीपी ने विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस के कई एमपीटीसीएस को लालच देकर नेल्लोर के एक होटल में रखा हुआ था। दरअसल नेल्लोर क्षेत्र में एमएलसी का चुनाव जीतने के लिए टीडीपी के पास पर्याप्त वोट नहीं हैं इसलिए दूसरे दलों के प्रतिनिधियों को अपने पाले में करने का प्रयास कर रही है।

मंगलवार को वाईएसआर कांग्रेस के करीब 30 प्रतिनिधियों को नेल्लोर के होटल में रखा गया था। यह पता चलने पर वाईएसआर कांग्रेस के दो विधायक कोटमरेड्डी श्रीधर रेड्डी और अनिल कुमार यादव उस होटल में दलबल के साथ पहुंच गए। विधायकों को देखते ही उनकी पार्टी के प्रतिनिधि सकपका गए और उन्होंने आरोप लगाया कि टीडीपी के लोगों ने उन्हें धमका कर होटल में बंद कर रखा है। इस बीच होटल में टीडीपी के भी कार्यकर्ता पहुंच गए और वहां कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई।

वाईएसआर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि तेलंगाना में कैश फॉर वोट मामले में फंसे होने के बावजूद टीडीपी आंध्र प्रदेश में भी वही हथकंडे अपना रही है। पार्टी का आरोप है कि उसके हर प्रतिनिधि को वोट के बदले 5 लाख रुपये देने का लालच दिया गया और पचास हजार रुपये एडवांस दिए गए। हालांकि इसका कोई सबूत नहीं है। टीडीपी का आरोप है कि सारी साजिश के पीछे मंत्री नारायण का हाथ है। नेल्लोर और प्रकाशम दोनों जगहों पर एमएनसी चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त नंबर नहीं हैं।

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