बिहार में सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को नेता विपक्ष नहीं बनना चाहिए क्योंकि वो भ्रष्टाचार और अपराध के कई मामलों में शामिल हैं। ये बातें पार्टी की तरफ से शनिवार को हुई एक प्रेस वार्ता में कही गई। जेडीयू का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब पार्टी के नेता और बनाए गए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने भ्रष्टाचार के मामले की वजह से पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद पद से इस्तीफा दे दिया।
जदयू की राज्य इकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक चौधरी और प्रवक्ता संजय सिंह, अजय आलोक ने शिक्षा मंत्री के रूप में मेवा लाल चौधरी की नियुक्ति को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधने के लिए तेजस्वी यादव की आलोचना की।
तेजस्वी यादव और विपक्ष लगातार मेवालाल चौधरी को लेकर सवाल उठा रहे थे। राजद सुप्रीमो लालू यादव ने तो बुधवार को ट्वीट कर भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि उस समय तो आप मेवालाल को ढूंढ रहे थे और अब मिले तो मंत्री बना दिया।
बढ़ते विवाद के बाद आखिरकार नीतीश कुमार को मेवालाल चौधरी का इस्तीफा लेना पड़ा। मेवालाल चौधरी ने तारापुर विधानसभा से दूसरी बार जीत दर्ज की है। वो 2015 तक भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं। इसी दौरान उन पर प्रोफेसर नियुक्ति मामले में घोटाले का आरोप लगा और 2017 में मामला दर्ज किया गया। उनकी पत्नी की मौत 2019 में हो गई, जिसको लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। अब इसकी जांच कराने की मांग की जा रही है। वो इस वक्त अंतरिम जमानत पर बाहर हैं।