भागलपुर में दंगा भड़काने के आरोप में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की गिरफ्तारी पर जमकर सियासत हो रही है। अब लालू प्रसाद के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत के बहाने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
अरिजित शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने के मामले पर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गिरफ्तार करने की अनुमित देने की मांग की है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है, “ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार सिपाही के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित फरार बेटे को पकड़ने की मुझे प्रशासनिक अनुमति दें। एक घंटे में घसीटकर नीतीश कुमार के नकारा प्रशासन को सौंप दूंगा। मेरा दावा है। लटर-पटर से शासन नहीं चलता. दंगा रोकने के लिए कलेजा होना चाहिए।”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चार सिपाही के साथ केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित फ़रार बेटे को पकड़ने की मुझे प्रशासनिक अनुमति दें।
एक घंटे में घसीटकर नीतीश कुमार के नकारा प्रशासन को सौंप दूँगा।
मेरा दावा है।
लटर-पटर से शासन नहीं चलता। दंगा रोकने के लिए कलेजा होना चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 26, 2018
बता दें कि इससे पहले अश्विनी चौबे ने कहा था कि उनके बेटे ने कोई गलत काम नहीं किया है और एफआईआर कागज का टूकड़ा है। चौबे ने कहा कि जो भगोड़ा होता है वो भागता है, उसने कोई गलत काम नहीं किया है। भारत माता की जयकार और वंदे मातरम किया है उसने, जय श्रीराम कहा है। क्या इस देश के अंदर ये अपराध है, अगर ये अपराध तो वो अपराधी हो सकता है।
गौरतलब है कि 17 मार्च को भागलपुर में विक्रमी नव वर्ष की पूर्वसंध्या पर ‘भारतीय नव वर्ष जागरण समिति’ की ओर से झांकी निकाली गई थी। इससे जिले के नाथनगर पुलिस थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था। आरोप है कि प्रशासन की इजाजत के बगैर यह झांकी निकाली केगई थी। दर्ज प्राथमिकी में अरिजित को नामजद किया गया है।