बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन शोषण कांड में राज्य के मंत्री सुरेश शर्मा के बहाने राजद नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर हमला किया है। उन्होंने सवाल किया नीतीश जी आप सुरेश शर्मा को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं। वहीं, मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि मेरे इस्तीफे की मांग आधारहीन है।
तेजस्वी ने सोमवार को ट्वीट किया कि नीतीश जी, आपकी बर्खास्त मंत्री कह रही हैं कि मुजफ्फरपुर के स्थानीय विधायक एवं मंत्री सुरेश शर्मा की भी मुजफ्फरपुर जनबलात्कार कांड में संलिप्तता है। वह कह रही हैं कि हिम्मत है तो उसे हटाएं? राजद नेता ने कहा कि सुरेश शर्मा को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे है? सब काम आप क्या विपक्ष के कहने से ही करेंगे?
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी, आपके कुछ मंत्रियों, नजदीकियों और अधिकारियों ने जिस प्रकार अनाथ बच्चियों के साथ संस्थागत दुष्कर्म किया और करवाया क्या यह जानकर आप असहज अनुभव नहीं करते? क्या आपमें इतनी भी संवेदनशीलता नहीं बची कि आप उन गुनाहगारों को बचाने वाले दोषी अधिकारियों और मंत्रियो बर्खास्त कर सकें?
इस बीच, समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार बिहार के मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि उनके इस्तीफे की मांग आधारहीन है। तेजस्वी को पहले अपनी पृष्ठभूमि देखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजद नेता के खिलाफ कई समन जारी किए गए हैं। हाल ही में उनके विधानसभा क्षेत्र में चार हत्याएं हुई हैं। ऐसे में पहले उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इस कांड की जांच सीबीआइ को सौंप रखी है। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के घर और अन्य कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई की टीम ने पूर्व समाज कल्याण मंत्री के पटना स्थित तीन घरों, मोतिहारी और भागलपुर में छापा मारा। इसके अलावा शेल्टर होम मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के सात ठिकानों पर भी छापेमारी की। मामले में अपने पति के ऊपर लगे आरोपों के बाद मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था।
इस मामले के विरोध में तेजस्वी यादव दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन दिया था और कैंडल मार्च निकाला था। उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मीसा भारती, जेडीयू से अलग हुए शरद यादव और सीपीआई नेता डी राजा भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम यौन शोषण कांड में 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है। इस मामले में आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था स्वाधार में जांच के दौरान कई आपत्तिजनक चीजे मिली थीं। ब्रजेश के एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति के तहत चलने वाली स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के गायब होने के मामले के खिलाफ महिला थाना में मामला दर्ज हुआ था।