सोमवार को मेरठ की रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर कई बड़े आरोप लगाए। समाचार चैनल आजतक के मुताबिक मायावती ने कहा कि ईवीएम को लेकर हमारे आरोपों से लोगों का ध्यान हटाने और राजनीतिक फायदे के लिए सहारनपुर में जातिय दंगे कराए गए। मायावती ने कहा कि भाजपा ने सहारनपुर में मामूली विवाद को जातीय संघर्ष में बदल दिया।
ईवीएम पर फिर बोलीं माया
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ईवीएम में गड़बड़ी करके चुनाव जीती है। उन्होंने कहा, “ईवीएम के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट गए, तो भाजपा ने इससे ध्यान हटाने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में दलित-राजपूत के बीच दंगा कर दिया।”
इस्तीफे पर बोलीं, ‘ऐसा कभी नहीं हुआ’
मायावती ने कहा कि सहारनपुर में दलितों का शोषण हुआ। उन्होंने कहा 18 जुलाई को राज्य सभा में उन्हें इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष ने बोलने नही दिया है। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है। यही वजह है कि मैने राज्यसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया।
सियासी जमीन मजबूत करने की चाह
बीएसपी मेरठ के महारैली में भीड़ जुटाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन कराने के साथ-साथ अपनी जमीन मतबूत करना चाह रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेरठ लोकसभा के प्रभारी हाजी याकूब कुरैशी ने बताया कि इस रैली में 40 विधानसभा के पार्टी कार्यकर्ता मेरठ की रैली में शामिल हो रहे हैं। वहीं मेरठ के सरधना से प्रत्याशी रहे हाफिज इमरान याकूब ने कहा कि मेरठ की रैली एक ऐतिहासिक रैली होगी और करीब 5 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी।
दिया था राज्यसभा से इस्तीफा
गौरतलब है कि पिछले दिनों मायावती सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई दलित और राजपूत के बीच हिंसा के मुद्दे को राज्यसभा में उठाना चाह रही थी। लेकिन उन्हें इस पर बोलने का मौका नहीं दिया गया। उन्हें यह बात नागवार गुजरी और उन्होंने राज्यसभा के सदस्य पद से ही इस्तीफा दे दिया था।