असम में नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ताजा घटनाक्रम में तृणमूल कांग्रेस के छह सांसदों और दो विधायकों को गुरुवार को सिलचर एयरपोर्ट पर रोक दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के ये नेता एनआरसी मुद्दे पर राज्य का दौरा करने आए थे। इनकी राज्य में सभा करने की भी योजना थी। पर सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी और जैसे ही ये नेता हवाई जहाज से उतरे उन्हें प्रशासन ने वहीं रोक लिया।
इन नेताओं को रोके जाने पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा अत्याचार कर रही है उससे लगता है कि यह उनके अंत की शुरुआत है। ममता ने कहा कि भाजपा के लोग न सिर्फ निराश हैं बल्कि राजनीतिक रूप से परेशान और तनाव में हैं। इसकी वजह से वे ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि लोगों से मिलना हमारा प्रजातांत्रिक अधिकार है। राज्य में सुपर इमरजेंसी जैसे हालात हैं।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद सुखेंदु शेखर राय ने बताया कि पुलिस ने एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि उनके दौरे से समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिन सांसदों और विधायकों को रोका गया है उन्हें काचाड़ जिले के कुंभीग्राम एयरपोर्ट के वीआइपी लाउंज में रखा गया है। इस जिले में बुधवार की रात से ही धारा 144 लागू है।
गौरतलब है कि पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी मुद्दे पर ने भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना कर रही हैं।उन्होंने कहा था कि एनआरसी में 40 लाख लोगों को शामिल नहीं किए जाने से देश में खूनखराबा और गृह युद्ध हो सकता है। ममता ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक फायदे के लिए असम में लाखों लोगों को राज्य विहीन करने की कोशिश कर रही है।
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#WATCH Trinamool Congress MP and MLA delegation detained at Silchar airport #NRCAssam pic.twitter.com/G8l2l3OEFp
— ANI (@ANI) 2 अगस्त 2018