तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पश्चिम बंगाल में बड़ी जीत हासिल करने के बाद राष्ट्रीय राजनीति में उतरने जा रही है। टीएमसी के वरिष्ठ नेता मदन मित्रा ने कहा कि साल 2024 में दिल्ली में ममता सरकार होगी। इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए 21 जुलाई को एक वर्चुअल कार्यक्रम के ज़रिए पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में उतरने का एलान करेगी।
टीएमसी नेता ने कहा, "21 जुलाई को पार्टी की ओर से कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा, असम, ओडिशा, बिहार, पंजाब, यूपी और दिल्ली में बड़ी स्क्रीन लगाई जाएंगी। साल 2024 में दिल्ली में ममता सरकार होगी।" मदन मित्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश साल 2024 के आम चुनाव में अहम साबित होगा हालांकि उन्होंने ये दावा भी किया कि बीजेपी साल 2022 का विधानसभा चुनाव हारने वाली है।
इस कार्यक्रम में 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर तृणमूल कांग्रेस शहीद दिवस पर अपने सबसे बड़े वार्षिक कार्यक्रम के जरिए अलग-अलग राज्यों में विभिन्न भाषाओं में पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के भाषण का प्रसारण करके देशभर के लोगों तक पहुंचने की योजना बना रही है। बनर्जी के भाषण को पश्चिम बंगाल में बड़े पर्दों पर प्रसारित किया जाएगा और पहली बार तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे दूसरे राज्यों में भी इसका प्रसारण किया जाएगा।
टीएमसी नेता ने बताया कि पश्चिम बंगाल में भाषण बंगाली में प्रसारित किया जाएगा जबकि अलग-अलग राज्यों में स्थानीय भाषाओं में अनुवादित भाषण प्रसारित किया जाएगा। पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गढ़ गुजरात में भी कई जिलों में टीएमसी की बनर्जी के भाषण को बड़े पर्दे पर प्रसारित करने की योजना है और उसने इस कार्यक्रम के बारे में लोगों को सूचित करने के लिए गुजराती में पुस्तिका वितरित करनी शुरू कर दी है। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी और शाह ने पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान बीजेपी के अभियान की कमान संभाली थी. अब गुजरात और अन्य राज्यों में दीदी का संदेश फैलाने की हमारी बारी है.’’ पार्टी उत्तर प्रदेश में भी ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है. उत्तर प्रदेश में भी अगले साल चुनाव होने हैं."
डायमंड हार्बर से सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अन्य राज्यों में भी टीएमसी की पहुंच बढ़ाने का आह्वान किया था। बीजेपी से टीएमसी में लौटे मुकुल रॉय को देशभर में पार्टी की मौजूदगी बढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है। अन्नाद्रमुक नेता जयललिता की तरह बनर्जी को ‘अम्मा’ बताते हुए चेन्नई में पोस्टर लगाए गए हैं। पार्टी दक्षिणी राज्यों में भी अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है।
इसके बाद ममता बनर्जी नई दिल्ली का दौरा करेंगी, जहां वह पुराने और नए मित्रों से मुलाकात करेंगी। वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य शीर्ष विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं। बनर्जी ने कहा कि अगर उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात का समय मिलता है, तो वह उनसे भी मुलाकात करेंगी। बता दें कि टीएमसी 1993 में कोलकाता में युवा कांग्रेस की रैली में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों की याद में शहीद दिवस मनाती है।
बता दें कि टीएमसी पहले ही यह साफ कर चुकी है कि अब उसकी नजरें राष्ट्रीय राजनीति पर हैं। बंगाल चुनावों के बाद ममता बनर्जी को विपक्षी खेमे में बड़े नेता के तौर पर देखा जा रहा है।