लोकसभा चुनाव से पहले, त्रिपुरा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में बनी सरकार में मंत्री बने टिपरा मोथा नेता अनिमेष देबबर्मा ने कहा कि वह उन्हें आवंटित विभागों से नाखुश हैं और इस मुद्दे को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाने पर विचार कर रहे हैं।
संवाददाताओं से बातचीत में अनिमेष देबबर्मा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री मणिक साहा के सामने इस मुद्दे को उठा चुके हैं।
मंगलवार को उन्होंने कहा, "मुझे आवंटित विभागों से मैं खुश नहीं हूं। वन विभाग तो ठीक है, लेकिन प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (टीआरईडीए को छोड़कर)... इससे मैं खुश नहीं हूं। मैंने कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और उनसे कुछ महत्वपूर्ण विभाग आवंटित करने का आग्रह किया था, ताकि मैं ग्रामीण लोगों की मदद कर सकूं। इसमें कुछ भी छिपाने जैसा नहीं है।"
देबबर्मा ने कहा कि वह जल्द ही दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उन्हें दोबारा गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने के लिए बधाई देंगे। उन्होंने कहा कि अपने मुद्दे को भी शाह के सामने उठाएंगे।
उन्होंने कहा, "मैं पिछले 22 साल से राजनीति में हूं। कई विधायकों को राजनीति में केवल पांच वर्ष पूरे करने के बाद ही कई चीजें मिल जाती हैं। अगर मुझे (महत्वपूर्ण विभाग) नहीं मिलता तो कोई बात नहीं है। मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मुझे काम करना है।"
अनिमेष देबबर्मा ने आगे कहा, "अगर कोई मेरे अनुभव को देखे तो मैं कई साल पहले विधायक चुना गया था और उसके बाद मैंने त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) में कार्यकारी सदस्य के रूप में काम किया। इसके साथ ही विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी मैंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि वे मुझे महत्वपूर्ण विभाग प्रदान करें और मैं उस विभाग के लिए कुशलता से काम करूंगा।"
मार्च में टिपरा मोथा पार्टी के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद विपक्ष के नेता अनिमेष देबबर्मा और बृषकेतु देबबर्मा को मंत्री बनाया गया है। बृषकेतु देबबर्मा को उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में राज्य मंत्री बनाया गया है। वहीं, अनिमेष देबबर्मा को वन विभाग के साथ साथ प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।