छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो कद्दावर नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष गजराज पगारिया और वरिष्ठ नेता विधान मिश्रा का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़े नुकसान की तरह देखा जा रहा है।
गजराज पगारिया जोगी कांग्रेस के गठन से जुड़े थे। शुक्रवार शाम जोगी के परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में उनके और विजय निजावन के बीच मारपीट की घटना हुई थी। मामला थाने तक पहुंच गया था। बताया जाता है कि इस घटना से दुखी होकर गजराज ने इस्तीफा दिया है। वहीं, विधान मिश्रा टिकट कटने के बाद से ही असंतुष्ट थे। पार्टी ने उन्हें धरसींवा से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बाद में बदल दिया। हालांकि नाराजगी छुपाने की कोशिश करते हुए वे बार-बार कह रहे थे कि पार्टी से नाराज नहीं हैं। अजीत जोगी के कहने पर अब पार्टी में रहकर संगठन की सेवा करेंगे। जोगी कांग्रेस के संगठन महामंत्री अब्दुल हामीद हयात ने इस्तीफे की पुष्टि की है।
दोनों ने ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया है जब 20 नवंबर को 72 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाने हैं। राज्य में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं जिनमें से 18 पर 12 नवंबर को वोट डाले गए थे। बसपा से गठबंधन कर जोगी कांग्रेस इन चुनावों में तीसरी ताकत के तौर पर उभरने की कोशिश में लगी है।