उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट के लिए होने वाला उपचुनाव, सही मायनों में विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए शक्ति प्रदर्शन का पहला अवसर होगा क्योंकि कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और अपना दल कामेरावादी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारते हुए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को समर्थन देने का फैसला किया है।
शनिवार को इन तीनों दलों ने एक आधिकारिक पत्र जारी करते हुए घोसी विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन दे दिया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, "इस उपचुनाव से भाजपा की हार का शुभारंभ होगा। दारा सिंह चौहान की दलबदल की राजनीति के कारण, मऊ की जनता भाजपा पर से विश्वास खो चुकी है। जनता ने भाजपा को हराने और गठबंधन को जिताने का मन बनाया है।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस चुनाव में सपा उम्मीदवार का समर्थन करने की अपील की है।
दरअसल, 2022 चुनावों में समाजवादी पार्टी के टिकट पर घोसी के विधायक बने दारा सिंह चौहान के इस्तीफे और भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट खाली हो गई थी।
विपक्षी एकता पर हमला बोलते हुए भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, "चूंकि अबतक सपा उम्मीदवार के पक्ष में कांग्रेस, आरएलडी का कोई नेता वोट मांगने नहीं आया, इसलिए इस गठबंधन की गांठें पहले ही खुल चुकी हैं। जबकि दूसरी तरफ़, एनडीए के नेता नामांकन के दौरान भी भाजपा प्रत्याशी के साथ खड़े दिखे।"
घोसी में प्रचार की ज़िम्मेदारी संभाल रहे यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एएनआई को बताया कि जनता का मन भाजपा के साथ है। उन्होंने कहा, "घोसी से दारा सिंह चौहान भारी मतों से जीतेंगे। यह INDIA गठबंधन एक फ्यूज पार्टी है। इन दलों ने 70 सालों तक देश को अंधेरे में रखा। आप एक खराब बल्ब जलाएं या छह या 26, फिर भी रौशनी नहीं मिलेगी। INDIA गठबंधन के पास ऐसे 26 ख़राब बल्ब हैं।"
उत्तर प्रदेश घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को वोटिंग होनी है और इसके नतीजे 8 सितंबर को घोषित होंगे। पिछले साल, दारा सिंह चौहान ने विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा से हाथ मिलाया था। अब, दारा सिंह चौहान भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनके सामने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह की चुनौती है।