उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है। बीते कुछ दिनों से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा और प्रसाप अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच मनमुटाव की खबरों के बीच अब एक फिर तल्खी सामने आती दिख रही है। शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को ईद की बधाई देते हुए अप्रत्यक्ष तौर पर अखिलेश यादव पर जुबानी हमला बोला है।
बता दें कि पिछले दिनों लगातार अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच बयानबाजी होती रही है। अखिलेश यादव ने शिवपाल की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से करीबी का मुद्दा उठाकर उन्हें चले जाने की बात कही। उसके जवाब में शिवपाल यादव उन्हें विधानमंडल से निकालने की बात करते रहे हैं।
शिवपाल यादव ने ईद के मौके पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी। इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव को भी निशाने पर ले लिया। शिवपाल यादव ने अपने ट्वीट में लिखा कि अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया। इसके बाद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर पर उसने हृदय को चोट दी होगी। शिवपाल ने आगे लिखा है कि हमने उसे चलना सिखाया और वह हमें रौंदता चला गया। एक बार फिर पुनर्गठन, आत्मविश्वास और सबके सहयोग की शक्ति से ईद की मुबारकबाद।
अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!
इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी!हमने उसे चलना सिखाया..
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 3, 2022
और वो हमें रौंदते चला गया..
एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव 2022 के परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी के विधाायक दल की बैठक में शिवपाल यादव को न बुलाए जाने के बाद से नाराजगी का मामला सतह पर आया था। शिवपाल ने नाराजगी जताई। इसको लेकर सपा की ओर से साफ किया गया कि जो भी नेता सहयोगी दलों का होने के बाद भी सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते, उन्हें विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया गया। इस बयान ने शिवपाल के सामने पूरी स्थिति साफ कर दी। उनका समाजवादी पार्टी में भविष्य नहीं है। इसके बाद शिवपाल की भाजपा से नजदीकी की खबर आती रही। शिवपाल इन खबरों को न खारिज किए और न ही कभी स्वीकार। पिछले दिनों अखिलेश ने उनके भाजपा से नजदीकी का मामला उठाते हुए उन्हें चले जाने की सलाह दे दी।
अखिलेश के बयान के बाद शिवपाल ने भी पलटवार किया। शिवपाल ने कहा कि अगर अखिलेश चाहते हैं कि मैं चला जाउं तो वे मुझे विधानमंडल दल से निकाल दें। शिवपाल यादव के बयान ने माहौल को गरमा दिया। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में माहौल शांत दिखने लगा था। लेकिन, मंगलवार को ईद के मौके पर पहले आजम खान ने शायरी के जरिए अपनी पीड़ा जताई तो शिवपाल यादव भी पीछे नहीं रहे।