गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की राजनीति गरम है। लोगों की निगाहें पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की ओर भी है। बुधवार को हार्दिक ने कांग्रेस पार्टी को लेकर अपना रूख साफ करते हुए कहा, “हम खुले तौर पर कांग्रेस को समर्थन नहीं दे रहे हैं, लेकिन हम भाजपा से लड़ेंगे। तो सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को समर्थन मिलेगा।”
We are not openly extending support to Congress, but we will fight BJP. So directly or indirectly, there will be support to Congress: Hardik Patel pic.twitter.com/qbV96IPbT0
— ANI (@ANI) 22 November 2017
हार्दिक पटेल ने कहा कि पाटीदार समाज के हित और गुजरात हित के लिए उनकी मांग है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनकी कई मांगे मानी है। कांग्रेस ने उनके आरक्षण की मांग को संवैधानिक तौर पर देने के लिए उन्हें भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में 50 फीसदी के ज्यादा आरक्षण हैं। ऐसे में कांग्रेस उसी तर्ज पर उन्हें आरक्षण देने की बात कही है। उन्हें कांग्रेस का फॉर्मूला मंजूर है।
हार्दिक पटेल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने सर्वे की बात कही है, मैं भी यही कहता हूं कि सर्वे होना चाहिए। लोग कहते हैं कि पाटीदार समाज समृद्ध है लकिन सर्वे के बाद ही स्थिति साफ होगी, मैं सही कह रहा हूं या आप सही कह रहे हैं।''
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 49 प्रतिशत कोटा (अब राज्य में प्रदान किए गए) को छुए बिना, कांग्रेस ने कोटा देने का फैसला किया है।
भाजपा पर बरसे
हार्दिक ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी हमारी संस्था के लोगों को 50-50 लाख रुपये देकर खरीदने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "मुझे 1,200 करोड़ रुपये का ऑफर था लेकिन मैं बिकाऊ नहीं हूं।"
हमारे संयोजकों को खरीदने की कोशिश की गई,हमने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ना सीखा है, ये हमारा संस्कार है कि अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाओ
— Hardik Patel (@HardikPatel_) 22 November 2017
हार्दिक पटेल ने कहा, ''पाटीदारों के वोटों को डायवर्ट करने के लिए बीजेपी ने 200 करोड़ रुपये खर्च करके निर्दलीय उम्मीदवारों को खड़ा किया है। मैं पाटीदार समाज से अपील करता हूं कि वो निर्दलीय उम्मीदवारों को वोट ना दें।''