उन्होंने कहा कि पैसे के लिए जो लोग घंटों लाइन में लग रहे हैं। उन्हें क्या स्वतंत्रता सेनानी पेंशन दी जाएगी?
उन्होंने कहा कि पीएम ने नोटबंदी से दुनिया को आतंकवाद और दशहतगर्दी रोकने की राह दिखाई है। इससे ब्लैकमनी पर कितनी रोक लगी, यह तो समय बताएगा लेकिन अब भी जम्मू कश्मीर में आंतकी हमले लगातार जारी हैं। ठाकरे शिवसेना के राज्यसभा सांसद राजकुमार धूत की बेटी की शादी में दिल्ली पहुंचे थे। इस दौरान वह गृहमंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मिले।
ठाकरे ने कहा कि सेना न तो नोटबंदी के फैसले का विरोध करती है, न समर्थन। हमारी चिंता सिर्फ इतनी है कि आम आदमी को परेशानी न हो। उन्हें अपने पैसे के लिए दर-दर न भटकना पड़े।
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी पर सरकार का हिस्सा होने के बावजूद शिवसेना ने टीएमसी सांसदों के साथ नोटबंदी पर आम जनता को हो रही परेशानियों के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की। उन्होंने तमाम अर्थशस्त्रियों, विपक्ष और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा नोटबंदी के फैसले की आलोचना के बारे में भी तीखे स्वर छोड़े।