कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य सरकार कन्नड़ समर्थक संगठनों की ओर से बुलाए गए बंद को प्रोत्साहित नहीं करेगी और प्रशासन उनसे बात करेगा, ताकि उन्हें समझाया जा सके कि यह ‘सही तरीका’ नहीं है।
बता दें कि कन्नड़ समर्थक संगठनों ने 22 मार्च को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है।
विधान परिषद में शिवकुमार बंद के संबंध में नेता प्रतिपक्ष चलवाडी नारायणस्वामी के सवाल का जवाब दे रहे थे। नारायणस्वामी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उस दिन परीक्षा देने वाले एसएसएलसी (कक्षा 10) के लाखों छात्र प्रभावित हो सकते हैं।
विभिन्न कन्नड़ समर्थक संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक छात्र संगठन कन्नड़ ओक्कुटा ने पिछले महीने सीमावर्ती जिले बेलगावी में मराठी न जानने के कारण एक सरकारी बस कंडक्टर पर कथित हमले के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
शिवकुमार ने कहा, ‘‘इस समय इसकी (बंद की) जरूरत नहीं है। उन्हें (संगठनों को) इस बारे में सरकार से बात करनी चाहिए थी। इसका असर छात्रों पर पड़ेगा। हमने (सरकार ने) 22 मार्च को विश्व जल दिवस पर कावेरी आरती के साथ एक महीने तक चलने वाला जल संरक्षण अभियान शुरू करने की भी योजना बनाई है।’’