आम आदमी पार्टी ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को आखिरकार आम आदमी पार्टी की शीर्ष निकाय से हटा दिया गया। पहले उनसे इस्तीफा देने की पेशकश की गई, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। इस तरह से आम आदमी पार्टी पर अरविंद केजरीवाल की पकड़ और मजबूत हो गई।
कई घंटों तक खींची पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को राजनीतिक मामलों की समिति से हटा दिया गया। इस पर योगेंद्र यादव ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी काम देगी, वह उसे करने को तैयार हैं।
ये दोनों नेता आप में बढ़ रहे व्यक्तिवाद से चिंतित थे। वे लगातार पार्टी में पारदर्शिता के अभाव पर सवाल उठा रहे थे। आप में नेतृत्व को लेकर चल रहे विवाद के एक प्रसंग की समाप्ति हुई है।