लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले पर अडिग राहुल गांधी ने कहा कि ऐसा उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय पर जवाबदेही तय करने के लिए किया और इससे पीछे हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ बैठक को संबोधित करते हुए ये बातें तब कहीं जब नेताओं ने उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने और पार्टी का नेतृत्व जारी रखने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए इस्तीफा दिया है। मैं दूसरों को भी इस्तीफा देन के लिए नहीं कह सकता। यह उन पर है कि वे अपनी जिम्मेदारी लेना चाहते हैं कि नहीं।’ उन्होंने कहा कि इस फैसले से वापस हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
बैठक में रणनीति के सवाल पर राहुल ने दिया ये जवाब
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने नेताओं को साफ तौर पर कहा कि इस बारे में वे आपस में ही चर्चा करें, जिससे राज्य की इकाई विचित्र स्थिति में फंस गई। बहरहाल बैठक में आम चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजहों और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई।
29 जून को महाराष्ट्र इकाई के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं गांधी
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में राज्य के प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह यादव और कई अन्य नेता शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि अब गांधी 29 जून को महाराष्ट्र इकाई के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं। राहुल गांधी जल्द ही दिल्ली कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। दरअसल, इन राज्यों में अगले कुछ महीनों के भीतर विधानसभा चुनाव होने हैं।
शिवराज सिंह चौहान का तंज, कांग्रेस के डूबते जहाज को छोड़ने वाले पहले शख्स हैं राहुल गांधी
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर फिर से तंज कसते हुए कहा कि वे कांग्रेस को बचाने की अंत तक कोशिश करने के बजाय पार्टी के डूबते जहाज को छोड़कर जाने वाले पहले शख्स हैं। शिवराज ने कहा कि कोई नहीं जानता है कि कांग्रेस का मौजूदा अध्यक्ष कौन है।
इस्तीफा देने पर अड़े हैं राहुल गांधी
17वीं लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की बैठकों में वह इस्तीफे की बात कर चुके हैं। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी राहुल ने पद छोड़ने की बात की थी, जिसे कार्यसमिति ने सिरे से खारिज कर दिया था। इस बैठक में भी राहुल अपनी बात पर अड़े थे, बाद में कांग्रेस के नेताओं ने राहुल से कहा कि आपका विकल्प नहीं है।
'ऐसे मुश्किल वक्त में पार्टी को उनके मार्गदर्शन की जरूरत है'
कार्यसमिति के सदस्यों ने राहुल गांधी से कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में पार्टी को उनके मार्गदर्शन की जरूरत है, लिहाजा वह पार्टी अध्यक्ष के पद पर बने रहें। इस बैठक में राहुल ने कहा कि उनकी जगह प्रियंका गांधी का नाम भी प्रस्तावित न किया जाए। साथ ही, किसी गैर कांग्रेसी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए लेकिन कार्यसमिति ने राहुल की बात नहीं मानी। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, राहुल गांधी को अब यह अधिकार दिया गया कि वह पार्टी में अपने मुताबिक जैसे चाहे संगठनात्मक बदलाव कर सकते हैं।
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी 51 सांसद मौजूद रहे।