केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की उस टिप्पणी को शनिवार को ‘‘गैरजिम्मेदाराना’’ करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जन्म से पिछड़ा वर्ग से नहीं हैं।
किशन रेड्डी ने नलगोंडा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि गुजरात में कांग्रेस का शासन रहने के दौरान मोदी के समुदाय को पिछड़ी जाति की सूची में शामिल किया गया था।
उन्होंने कहा कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में 1970 के बाद कुछ जातियों को पिछड़े वर्गों के रूप में मान्यता दी गई थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष किशन रेड्डी ने कहा, ‘‘वह (रेवंत रेड्डी) इतना गैरजिम्मेदाराना बयान कैसे दे सकते हैं? अगर आप कोई बयान देते हैं तो वह तथ्यों पर आधारित होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं।
रेड्डी ने कहा कि केंद्र में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया।
रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस के एक कार्यक्रम में शुक्रवार को दावा किया था कि मोदी जन्म से पिछड़ा वर्ग से नहीं हैं और उन पर ‘‘पिछड़ा वर्ग विरोधी मानसिकता’’ रखने का आरोप लगाया।