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टूटा महागठबंधन! आरजेडी बोली- "कांग्रेस का इलाज हम करेंगे", कन्हैया की एंट्री और उपचुनाव से शुरू हुआ बगावती खेल

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव काफी लंबे वक्त के बाद पटना पहुंच रहे हैं। दिल्ली से पटना निकलने के पहले लालू...
टूटा महागठबंधन! आरजेडी बोली-

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव काफी लंबे वक्त के बाद पटना पहुंच रहे हैं। दिल्ली से पटना निकलने के पहले लालू कांग्रेस पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि "भक्त चरण दास भकचोनहर दास" है। उन्होंने कहा, "कुशेश्वरस्थान सीट कांग्रेस को हारने और जमानत जब्त कराने के लिए दे देते? कांग्रेस से क्या गठबंधन होगा, क्या मतलब है गठबंधन का? यह लालू यादव का कांग्रेस को लेकर यह तेवर काफी तल्ख था।"

दरअसल, कांग्रेस इस बात का ऐलान कर चुकी है कि वो अगले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जिसके बाद अब ये स्पष्ट हो गया है कि राज्य में महागठबंधन टूट गया है। कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने महागठबंधन में टूट के लिए लालू यादव की पार्टी आरजेडी को जिम्मेदार ठहराया है। गौरतलब है कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस, राजद और लेफ्ट पार्टियों ने मिलकर महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था।

बिहार में कांग्रेस के साथ पार्टी के गठबंधन तोड़ने वाले सवाल पर लालू यादव ने कहा, "कांग्रेस का गठबंधन क्या है? क्या हम सब कुछ कांग्रेस के भरोसे छोड़ देते? अपनी पार्टी की जमानत जब्त होने के लिए उनके साथ गठबंधन करके रखते?" बिहार में दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। इसलिए लालू यादव ने तीन साल बाद बिहार की ओर रुख किया है। आउटलुक से बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं, "कांग्रेस का इलाज आरजेडी ही करेगी। पार्टी की क्या स्थिति है सभी को पता है। सीटों का सही बंटवारा ना होने की वजह से हम सरकार बनाने से चूके। यदि इस पर मंथन किया जाता तो तेजस्वी यादव की सरकार होती।"

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दरअसल, पिछले दिनों भाकपा नेता और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हुए थे। अब वो राजद पर हमलावर भी दिखाई दे रहे हैं। आउटलुक से तिवारी कहते हैं, "कोई भी व्यक्ति जब राजनीति में आता है तो अपनी छवि को बनाने के लिए उलटफेर करता है। यही कुमार कर रहे हैं। लेकिन, इससे कुछ होने वाला नहीं है।" कन्हैया ने पिछले दिनों ये भी कहा था कि पिछले चुनाव में एक सीट सिर्फ कांग्रेस ने जीती थी। इस पर तिवारी कहते हैं, "कन्हैया कुमार को ये पता होना चाहिए कि उसमें वोट किस खेमे के मिले थे।" अब माना जा रहा है कि ये राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है।

कन्हैया कुमार आरजेडी नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को टक्कर दे सकते हैं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि आरजेडी के अंदर अब इस बात का डर है कि कन्हैया कुमार कहीं तेजस्वी यादव  के लिए खतरा ना बन जाएं।

अभी इस बात के संकेत भी मिल रहे हैं। लेकिन, जिस तरह से कन्हैया कुमार ने तेजस्वी यादव और राजद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है उससे आने वाले वक्त में राजद के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। दरअसल, कांग्रेस लगातार राज्य में कमजोर होती जा रही है। इस वक्त महागठबंधन में कांग्रेस भी है और इसके अगुवा तेजस्वी यादव हैं। अब कन्हैया कुमार आने वाले वक्त में तेजस्वी यादव को भी टक्कर दे सकते हैं।

वोट बैंक पर नजर डाले तो तेजस्वी यादव की राज्य में यादव और मुसलमान वोट बैंक पर पकड़ है। वहीं,  कन्हैया कुमार पूरे देश पर पकड़ है। युवा सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।

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