समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क से मंगलवार को संभल में पिछले साल एक मस्जिद के अदालती आदेश पर किए गए सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में पूछताछ की गई।
सपा सांसद करीब तीन घंटे तक थाने में रहे, जिस दौरान उनसे पिछले साल 24 नवंबर को कोट गर्वी इलाके में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछे गए। मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
जब उनसे पूछा गया कि एसआईटी ने उनसे क्या सवाल किये, तो सांसद ने कहा, “यह जांच का हिस्सा है और मैं उन्हें साझा नहीं कर सकता।” थाने जाने से पहले उन्होंने दीपा सराय स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित किया।
बर्क ने कहा, “मैं पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं। एक जिम्मेदार नागरिक और सांसद होने के नाते मुझे कानून, संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। स्वास्थ्य ठीक न होने और डॉक्टरों की आराम करने की सलाह के बावजूद मैं आज यह सुनिश्चित करने आया हूं कि कोई भी पुलिस अधिकारी या मीडियाकर्मी यह महसूस न करे कि मैं जांच से बच रहा हूं।”