Advertisement

संदेशखालि: बंगाल भाजपा प्रमुख ‘धक्का’ दिए जाने के बाद जख्मी, अस्पताल में भर्ती

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले...
संदेशखालि: बंगाल भाजपा प्रमुख ‘धक्का’ दिए जाने के बाद जख्मी, अस्पताल में भर्ती

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार बुधवार को उत्तर 24 परगना जिले के टाकि में एक विरोध-प्रदर्शन को संबोधित करते समय एक अज्ञात महिला द्वारा ‘‘धक्के दिए जाने’’ के बाद कार के बोनट पर गिरने से घायल हो गए। इस घटना के गवाह एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह एक अराजकतापूर्ण स्थिति के दौरान हुआ जिसमें पुलिसकर्मी मजूमदार को वाहन से नीचे लाने और उनके भाषण को रोकने का प्रयास कर रहे थे।

भाजपा नेता एवं बशीरहाट इकाई की पर्यवेक्षक अर्चना मजूमदर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ सिर पर स्कार्फ और गुलाबी साड़ी पहने एक महिला अचानक बोनट पर चढ़ते हुये दिखी। सबसे पहले, उसने एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का दिया और फिर उसने सुकांत दा और एक अन्य पुलिसकर्मी को धक्का दिया।” पुलिस द्वारा बुधवार दोपहर को अशांत संदेशखालि जाने से रोकने के बाद भाजपा सांसद एक एसयूवी के बोनट पर चढ़ गए, जिसकी ‘विंडस्क्रीन’ पर पुलिस का स्टीकर चिपका हुआ था।

 इस इलाके में पिछले एक हफ्ते से ग्रामीणों पर अत्याचार के आरोप को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक वीडियो में मजूमदार बोनट के ऊपर से मीडिया को संबोधित कर रहे हैं तथा राज्य पुलिस का एक जवान और एक अन्य व्यक्ति उनके पास खड़े दिख रहे हैं। साड़ी और सिर पर स्कार्फ पहने एक महिला भी अचानक बोनट पर चढ़ गई। उसने पहले एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का दिया और फिर मजूमदार और एक अन्य पुलिसकर्मी को धक्का दिया।

पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि सुकांत मजूमदार कुछ समय के लिए बेहोश हो गए और उन्हें पहले बशीरहाट सरकारी अस्पताल फिर कोलकाता के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सुकांत मजूमदार पर नाटक करने का आरोप लगाया। तृणमूल प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, ‘‘ सुकांत मजूमदार अच्छी तरह से जानते हैं कि उन्हें अपनी सीट से हार का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए उन्होंने अदाकारी का अभ्यास शुरू कर दिया है ताकि वह अपना फिल्मी करियर शुरू कर सकें।’’

सुकांत मजूमदार को जिला प्रशासन ने मंगलवार को अशांत संदेशखालि जाने से रोक दिया था। उन्हें बशीरहाट पुलिस जिला एसपी (पुलिस अधीक्षक) कार्यालय के सामने धरने के बाद देर रात टाकि में एक अतिथि गृह में रखा गया था। भाजपा प्रदेश प्रमुख ने बुधवार सुबह फिर से संदेशखालि जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें क्षेत्र से बाहर नहीं जाने दिया। राज्य के बालूरघाट निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद सुकांत मजूमदार ने सुबह टाकि में इचामती नदी के तट पर सरस्वती पूजा की, जो भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित है।

मजूमदार ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य पुलिस ने उन्हें संदेशखालि जाने से रोकने के लिए उनके लॉज की घेराबंदी कर दी है। संदेशखालि में सत्तारूढ़ तृणमूल के प्रति निष्ठा रखने वाले गुंडों द्वारा ग्रामीणों पर कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कल के प्रदर्शन के बाद मैंने टाकि में एक लॉज में रहने का फैसला किया ताकि यथाशीघ्र संदेशखालि जा सकूं। लेकिन सुबह से ही पुलिस ने मेरे लॉज के प्रवेश द्वार को बाधित कर दिया है और किसी को बाहर नहीं जाने दे रही है।’’ सुकांत मजूमदार ने दावा किया कि उन्हें ‘‘नजरबंद कर दिया गया है।’’ हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है।

लॉज के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को दंगारोधी उपकरणों और साजो सामान के साथ तैनात देखा गया। संदेशखालि, टाकि से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ‘‘माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।’’ संदेशखालि में बुधवार को लगातार सातवें दिन विरोध प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर हैं और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित ‘गिरोह’ की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं।

शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ जमीन पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने सहित कई आरोप हैं। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी। इस दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। वह पिछले महीने से फरार हैं।

 

 
 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad