केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बृहस्पतिवार को राहुल गांधी पर हमला करते हुए दावा किया कि कांग्रेस नेता ने आरक्षण खत्म करने की बात की है जबकि भाजपा दलितों के प्रतीक डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को देवता की तरह पूजती है।
भाजपा ने आरोप लगाया है कि गांधी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के खिलाफ हैं, क्योंकि उन्होंने एक अमेरिकी विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा है कि जब भारत एक माकूल जगह होगी तो कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जबकि फिलहाल ऐसा नहीं है।
सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा कि विदेशी धरती पर कांग्रेस नेता ने आरक्षण पर अपनी पार्टी के विचार बिल्कुल स्पष्ट कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी ने कहा है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह (डॉ. आंबेडकर द्वारा दिया गया) आरक्षण खत्म कर देगी।
सालों तक गांधी के करीबी सहयोगी रहे सिंधिया 2020 में भाजपा में शामिल हुए और बाद में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया।
एक सवाल के उत्तर में सिंधिया ने दावा किया, ‘‘ मैं दलित और आदिवासी समुदाय के भाइयों और बहनों को सावधान करना चाहता हूं। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह उनका उसी तरह अपमान करेगी, जिस तरह उसने बाबा साहब आंबेडकर को उनके जीवित रहते किया था।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारत के संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. आंबेडकर को चुनाव में हराया और जीत का जश्न मनाया।
उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी या नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाई, तो उसने डॉ आंबेडकर को देवता की तरह पूजा।
पूर्ववर्ती ग्वालियर राजघराने के वंशज सिंधिंया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दलितों और आदिवासियों के विकास के लिए काम कर रहे हैं तथा केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश के प्रत्येक आदिवासी गांव के विकास के लिए 80 हजार करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि लेकिन राहुल गांधी जी ने विदेशी धरती पर कहा कि उनकी पार्टी आरक्षण खत्म कर देगी।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं दलित और आदिवासी समुदाय के भाइयों और बहनों से आह्वान करता हूं कि वे जागें और हमारे साथ आगे बढ़े एवं कांग्रेस का सामना करें, जो अपने अंत के करीब है।’’