कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि यह अजीबो-गरीब है कि सरकार पहले जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराना चाहती है और बाद में राज्य का दर्जा देना चाहती है। उन्होंने ट्विट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और अन्य दल पहले राज्य का दर्जा चाहते हैं और बाद में चुनाव।
पी चिदंबरम ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि घोड़ा गाड़ी खींचता है, राज्य को चुनाव कराना चाहिए। राज्य चुनाव आयोग के तहत कराए जाने वाले चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे। सरकार गाड़ी आगे और घोड़ा पीछे क्यों चाहती है? यह अजीब है।
जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने और इसके विशेष दर्जे को रद्द करने के लगभग दो साल बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तत्कालीन राज्य के शीर्ष राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि कहा कि केंद्र की प्राथमिकता वहां जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है जिसके लिए परिसीमन जल्दी होना चाहिए ताकि चुनाव हो सकें।
इसके साथ ही बैठक में मौजूद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि परिसीमन अभ्यास और केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण चुनाव कराना संसद में किए गए वादे के अनुसार राज्य का दर्जा बहाल करने में महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं।