राज्यसभा में बृहस्पतिवार को छह नये सदस्यों के शपथ लेने तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपनी नयी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय कराये जाने के बाद बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। साथ ही, सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के निलंबन को वापस लेने की घोषण की।
उच्च सदन की बैठक राष्ट्रगान की धुन बजाये जाने के साथ हुई। इसके बाद सभापति धनखड़ के निर्देश पर कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह, झामुमो के डॉ सरफराज अहमद, भाजपा के प्रदीप कुमार वर्मा, बंसीलाल गुर्जर, माया नारोलिया और बालयोगी उमेशनाथ को उच्च सदन की सदस्यता की शपथ दिलाई गई।
अखिलेश प्रताप सिंह बिहार से, सरफराज अहमद और प्रदीप कुमार वर्मा झारखंड से तथा बंसीलाल गुर्जर, माया नारोलिया और बालयोगी उमेशनाथ मध्य प्रदेश से उच्च सदन के लिए चुने गए हैं।
इसके उपरांत सभापति ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को सदन का नेता नियुक्त किए जाने की घोषणा की।
नड्डा इसी वर्ष गुजरात से निर्वाचित होकर उच्च सदन में पहुंचे हैं और उनका कार्यकाल 2030 तक है। नड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तथा रासायनिक एवं उर्वरक मंत्री भी हैं।
इससे पहले भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल राज्यसभा में सदन के नेता थे। गोयल के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के कारण उच्च सदन के नेता का पद रिक्त हो गया था।
सभापति ने सदन की नियमावली में उन्हें प्रदत्त अधिकारों के तहत आम आदमी पार्टी सदस्य संजय सिंह के निलंबन को 26 जून से वापस लिया और अब सिंह सदन की कार्यवाही में भाग ले सकेंगे। सदन ने सिंह के निलंबन को वापस लेने के प्रस्ताव को ध्वनिमत से अनुमोदित कर दिया।
सिंह को पिछले वर्ष मानसून सत्र के दौरान अमर्यादित व्यवहार के कारण सदन से निलंबित कर दिया गया था।
इसके बाद आसन की अनुमति से प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी नयी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का सदन से परिचय कराया।
आसन के निर्देश पर महासचिव पी सी मोदी ने राष्ट्रपति अभिभाषण की प्रति सदन के पटल पर रखी। सदन में आज विशेषाधिकार समिति की तीन रिपोर्ट भी विभिन्न सदस्यों द्वारा पेश की गयी।
इसके बाद सभापति ने दोपहर एक बजकर सात मिनट पर सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।
सदन में आज प्रधानमंत्री मोदी के अलावा सदन के नेता नड्डा, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और विभिन्न दलों के नेता एवं सदस्य मौजूद थे।