पश्चिम बंगाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने अलापन बंद्योपाध्याय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया हैं कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अलापन को बचा रही है क्योंकि वो राज्य में कोविड-19 प्रबंधन संबंधी टीएमसी सरकार की अनियमितताओं के बारे में जानते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 31 मई को बंद्योपाध्याय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने के कारण आपदा प्रबंधन अधिनियम का कथित रूप से उल्लंघन करने आरोप में "कारण बताओ नोटिस" जारी किया था।
दरअसल, चक्रवाती तूफान "यास" के बाद पीएम नरेंद्र मोदी की 28 मई को सीएम ममता बनर्जी के साथ समीक्षा बैठक के बाद उठे विवाद को लेकर अलापन बंदोपाध्याय को केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली स्थित नार्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करने को कहा गया था। लेकिन, ममता ने बड़ा दांव खेलते हुए अलापन को अपना मुख्य सलाहकार बना लिया।
शुभेंदु अधिकारी ने राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा कि अलापन बंद्योपाध्याय तृणमूल कांग्रेस के कई गलत कामों के बारे में जानते हैं। उन्होंने उनके गलत कामों को छिपाने और दूर करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी अलापन को बचाने के लिए इतनी उत्साहित नजर आ रही हैं।