तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन शनिवार को 72 वर्ष के हो गए और इस अवसर पर उन्होंने एक संदेश में राज्य की स्वायत्तता, द्वि- नीति और हिंदी थोपे जाने के विरोध के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. स्टालिन ने अपने परिवार के सदस्यों और पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के कार्यकर्ताओं के साथ केक काटा और कार्यकर्ताओं को तमिलनाडु के हितों की रक्षा करने तथा भविष्य में हिंदी थोपे जाने का विरोध करने शपथ दिलाई.
स्टालिन ने "तमिलनाडु पोराडुम, तमिलनाडु वेल्लुम" (तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा) का नारा लगाया और पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसे दोहराया. यहां द्रमुक मुख्यालय "अन्ना अरिवलयम" में उत्सव का माहौल था. पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में स्टालिन को बधाई देने पहुंचे थे.
द्रमुक कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सोशल मीडिया पर स्टालिन को बधाई देने के लिए "द्रविड़ नायक" जैसे वाक्यांशों का इस्तेमाल किया. द्रविड़ पार्टी प्रमुख ने अपने जन्मदिन संदेश में राज्य की स्वायत्तता, हिंदी थोपने का विरोध और द्वि- नीति के प्रति प्रतिबद्धता के सिद्धांतों को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि वह तमिल मां की रक्षा करेंगे और तमिलनाडु के अधिकारों को बरकरार रखेंगे.