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“15 अगस्त को बतौर सीएम झंडा फहराएंगे तेजस्वी?”, क्या RJD का सपना होने जा रहा है पूरा

इन दिनों बिहार की राजनीति सत्ता पक्ष और विपक्ष की बयान बाजियों के कारण गरमाई हुई है। ये स्थिति आरजेडी...
“15 अगस्त को बतौर सीएम झंडा फहराएंगे तेजस्वी?”, क्या RJD का सपना होने जा रहा है पूरा

इन दिनों बिहार की राजनीति सत्ता पक्ष और विपक्ष की बयान बाजियों के कारण गरमाई हुई है। ये स्थिति आरजेडी के विधायक भाई विरेंद्र के एक बयान के बाद और ज्वलंत हो गई है। जिसमें उन्होंने पिछले दिनों प्रदेश में बड़े बदलाव होने का दावा करते हुए कहा था कि इस 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस के दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री के रूप में झंडा फहराएंगे। यानी सीएम नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए सरकार गिर जाएगी। 

आरजेडी विधायक के इस बयान के बाद भाजपा विधायक नवल किशोर यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि आरजेडी को खुद पार्टी टूटने का डर है इसलिए इनके नेता ऐसे बयान दे रहे हैं। आरजेडी के नेता केवल ख्याली पुलाव पका रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला।

नवल किशोर ने आरजेडी पर तंज कसते हुए कहा कि आरजेडी 15 अगस्त की बात कर रही है। कहीं उनकी पार्टी इससे पहले ही न टूट जाए। आजेडी के विधायक इस वक्त पार्टी से मुह फिराए बैठे हैं। वो खुद बाहर निकलना चाहते हैं।

दरअसल, इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में भी कलह के बुलबुले निकल रहे हैं। जिसकी ताक में विपक्षी दल महागठबंधन ताक में बैठी हुई है। कुछ दिनों पहले ही वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी का बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि एनडीए में मंत्री और विधायकों की नहीं सुनी जाती है। इसके बाद आरजेडी विधायक का भी बयान सामने आया। लगे हाथ राजद नेता भाई वीरेंद्र ने एनडीए में हो रहे इस घटनाक्रम को 'खेला' बताया । और कहा कि इस 'खेले' से बिहार की सियासत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नीतीश कुमार की सरकार गिरने वाली है। 15 अगस्त को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन गांधी मैदान में तिरंगा फहराएंगे। 

हालॉंकि, राजद के इस सपने के पूरे होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। नीतीश सरकार का कहना है कि गठबंधन और सरकार के भीतर कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, नीतीश कुमार और भाजपा- दोनों खास तौर से आमने-सामने कई मोर्चों पर है। इसमें से अब एक मामला पेगासस जासूसी का भी है। सीएम नीतीश ने पिछले दिनों यहां तक कहा था कि इस मुद्दे पर संसद में बहस होनी चाहिए। जांच करने की जरूरत है। ये गंभीर मामला है। वहीं, भाजपा इससे नकार रहा है। 

वहीं, बिहार विधानसभा से दो बार जातीय जनगणना को लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में मांग की गई थी कि साल 2021 में होने वाली जनगणना में जातीय आंकड़े दिए जाएं। लेकिन,ये बात उनके सहयोगी दल भाजपा को मंजूर नहीं है। भाजपा जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने पर जोर दे रही है वहीं नीतीश इसे खारिज कर रहे हैं। उनका कहना है कि महिलाएं यदि पढ़ी होंगी तो इस पर खुद नियंत्रण हो जाएगा।

भाजपा नेता और नीतीश सरकार में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी लगातार सीएम नीतीश और जेडीयू के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। पिछले दिनों हाजीपुर के एक कार्यक्रम में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सम्राट ने कहा था कि संगठन को प्रखंड स्तर पर इतना मजबूत किया जाए कि अगली बार भाजपा की सरकार बनें। वहीं, उसके बाद सम्राट ने कहा था कि सरकार में अलग-अलग विचारधारा की पार्टी है, काम करने में परेशानी होती है। ये चुनौती भरा है।

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