तेलुगू फिल्म जगत के कई प्रमुख कलाकार तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए सोमवार को मतदान केंद्र पहुंचे। मध्य प्रदेश में बारिश के कारण कई इलाकों में मतदान प्रभावित रहा जबकि ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड जैसे राज्यों में गर्मी से बचने के लिए लोग सुबह जल्दी ही मतदान केंद्रों पर पहुंचे।
लोकसभा चुनावों के चौथे चरण के तहत सोमवार को 10 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की 96 लोकसभा सीट पर मतदान हुआ। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव एक साथ हो रहे हैं।
प्रमुख झलकियां:
** बारिश के कारण मध्य प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट के कुछ इलाकों और कुछ अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान बाधित हुआ।
** चिरंजीवी, एन.टी. रामा राव, अल्लू अर्जुन, ब्रह्मानंदम, नानी, जीविता राजशेखर, राजेंद्र प्रसाद, नागा चैतन्य, मांचू मनोज और श्रीकांत तेलुगू फिल्म जगत के उन अभिनेताओं में शामिल थे, जिन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में वोट डाला।
** उत्तर प्रदेश के बहराइच में पहला वोट एक दिव्यांग मतदाता ने डाला। नेपाल के मूल निवासी थारू जनजाति के सदस्यों ने भी जिले में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह जिला हिमालयी राज्य के साथ सीमा साझा करता है।
** बोलने, सुनने और देखने में अक्षम इंदौर निवासी 32 वर्षीय गुरदीप कौर वासु ने मध्य प्रदेश के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला।
** तेलंगाना के कोडंगल में एक मतदान अधिकारी ने शादी की थीम वाले मतदान केंद्र पर लोगों का गुलाब के फूलों से स्वागत किया। सभी निर्वाचन क्षेत्रों में गुलाबी बूथ का प्रबंधन महिलाओं ने संभाला।
** लोगों को पौधारोपण के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से महाराष्ट्र के बीड जिले के कन्हेरवाडी में जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय में एक हरित मतदान केंद्र स्थापित किया गया।
** उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के कुछ गांवों और ओडिशा के कुछ इलाकों से चुनाव बहिष्कार की खबरें भी सामने आईं।
** पिछले चरणों की तरह, बुजुर्ग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे, इनमें से कई तो व्हीलचेयर से आए।
** जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियों ने वोट डाला। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उनके बेटे उमर अब्दुल्ला और उनके दो पोते जहीर और जमीर ने एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उनके दोनों पोतों का नाम पहली बार मतदाता सूची में शामिल हुआ है।
** झारखंड के पलामू लोकसभा क्षेत्र में माओवादी प्रभावित ‘बूढ़ा पहाड़’ इलाके में लोगों ने तीन दशक के बाद पहली बार अपने बूथ पर मतदान किया। इसे हाल ही में सुरक्षा बलों ने माओवादियों के नियंत्रण से मुक्त कराया था।