तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह भाजपा के उन नेताओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करे जिन्होंने कूच बिहार गोलीबारी घटना पर कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी की जिसमें ‘‘चार निहत्थे नागरिकों’’ की जान चली गई थी।
पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब को लिखे पत्र में टीमएसी ने कहा कि भाजपा नेता दिलीप घोष समेत बीजेपी के कई नेता कूच बिहार जैसी और घटनाओं की चेतावनी देकर हिंसा ‘‘भड़का’’ रहे हैं।
शनिवार को विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग के बीच कूच बिहार के सीतलकूची में स्थानीय लोगों के कथित हमले के बाद सीआईएसएफ जवानों द्वारा की गई गोलीबारी में चार व्यक्ति मारे गए थे। आरोप है कि भीड़ में शामिल लोगों ने सीआईएसएफ जवानों से ‘‘उनकी राइफलें छीनने की कोशिश की।’’
पहली घटना का हवाला देते हुए पत्र में कहा गया, ‘‘11 अप्रैल 2021 को बारानगर में एक रैली में दिलीप घोष ने कहा कि लोगों ने देखा है कि सीतलकूची में क्या हुआ और चेतावनी दी कि यदि किसी ने सीमा लांघी तो सीतलकूची की घटना दोहराई जाएगी। एक आधिकारिक शिकायत सीईओ को पहले ही दी जा चुकी है।’’
टीएमसी सांसदों सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में बीजेपी नेता राहुल सिन्हा और सयंतन बसु द्वारा की गई ऐसी ही टिप्पणियों का भी उल्लेख है। इसमें भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया गया है और कहा गया है कि भाजपा पार्टी के नेता ने झारखंड के लांगुर में एक हमले में घायल सीआईएसएफ कर्मियों की तस्वीर सीतलकूची में ली गई तस्वीर के तौर पर कथित रूप से साझा करके ‘‘गलत जानकारी फैलाने’’ का प्रयास किया था।
ट्वीट को भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी रीपोस्ट किया था। तृणमूल कांग्रेस ने मांग की कि घोष, सिन्हा और अन्य के विरुद्ध ‘‘उनके विवादास्पद बयानों’’ के लिए आपराधिक कार्यवाही सहित उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।’’