शिवसेना के बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में बागी शिवसेना विधायक भाजपा के साथ मिल गये हैं और यदि सुलह की कोई संभावना है तो पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भाजपा से बात करनी चाहिए। केसरकर ने शिवसेना सांसद संजय राउत का नाम लिये बगैर उन पर निशाना भी साधा और कहा कि ठाकरे को पार्टी में विद्रोह के लिए जिम्मेदार लोगों को ‘थोड़ा अलग’ रखना चाहिए।
केसरकर ने संवाददाताओं से कहा, “हम और भाजपा एक साथ आए हैं। तो अब एक नया परिवार है। अगर हमें पुराने परिवार में वापस जाना है, तो हम अकेले नहीं हैं। बीजेपी हमारे साथ है। जब भी वह (ठाकरे) हमें बुलाते हैं तो उन्हें भाजपा से भी बात करनी होगी और हमें आशीर्वाद देना होगा। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अगर पूर्व सीएम ठाकरे ऐसा करने के लिए कहते हैं तो क्या विद्रोही समूह मूल पार्टी में वापस जाएगा।
शिवसेना के 55 में से 40 विधायक मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले बागी खेमे में शामिल हो गए हैं। विधायकों ने ठाकरे से राकांपा और कांग्रेस से नाता तोड़ने और भाजपा के साथ गठबंधन करने का आग्रह किया था।
एनसीपी और कांग्रेस शिवसेना के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का हिस्सा थे, जो पिछले महीने शिवसेना के विधायकों के एक वर्ग द्वारा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के बाद गिर गई थी। शिवसेना ने अपने लंबे समय से सहयोगी भाजपा से नाता तोड़ लिया और नवंबर 2019 में एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिला लिया।
30 जून को, शिंदे ने भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के डिप्टी के रूप में नए सीएम के रूप में शपथ ली।