शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए पार्टी पर सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को तोड़कर ‘‘सत्ता जिहाद’’ में लिप्त होने का आरोप लगाया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ठाकरे पर किए गए ‘औरंगजेब फैन क्लब’ वाले कटाक्ष को लेकर पलटवार करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने शाह को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का राजनीतिक वंशज बताया, जिसने पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठा को हराया था।
शिव संकल्प रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना’ जैसी योजनाओं के रूप में मतदाताओं को रेवड़ियां देकर रिश्वत देने का आरोप लगाया। इस योजना के तहत राज्य की पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये मिलेंगे।
पिछले महीने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने ठाकरे पर हमला करते हुए उन्हें ‘‘औरंगजेब फैन क्लब का प्रमुख’’ करार दिया था, जो ‘‘उन लोगों के साथ बैठे हैं, जिन्होंने 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के लिए माफी मांगी थी।’’
ठाकरे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को चुनौती दी थी कि ‘‘या तो आप रहेंगे या मैं (राजनीति में) रहूंगा।’’ इस टिप्पणी का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति का संदर्भ नहीं दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कुछ लोगों को लगा कि मैंने किसी को चुनौती दी, लेकिन मैं खटमलों को चुनौती नहीं देता। यहां ‘मैं’ का मतलब मेरा सभ्य महाराष्ट्र है और ‘आप’ का मतलब महाराष्ट्र को लूटने वाली पार्टी है।’’ उन्होंने कहा कि खटमलों को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि कुचल दिया जाना चाहिए।
संसद के नए भवन से पानी टपकने की तस्वीरों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि नए परिसर में सिर्फ 14 महीनों में ही ‘लीकेज’ शुरू हो गया है।
ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री पूछते हैं कि कांग्रेस ने 60-70 साल में क्या किया, लेकिन मोदी को यह बताना चाहिए कि संसद की नयी इमारत, जो बमुश्किल एक साल पहले बनी थी, में ‘लीकेज’ क्यों शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘यह (केंद्र की) सरकार लीकेज सरकार है। पेपर लीक भी हो रहे हैं।’’
ठाकरे ने भाजपा पर जातियों के बीच विभाजन पैदा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वह हिंदुत्व नहीं है जो छत्रपति शिवाजी ने हमें सिखाया था। यह (जिसे भाजपा ने अपनाया है) औरंगजेब ने सिखाया होगा, जिस पर हम विश्वास नहीं करते। हमारा हिंदुत्व छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र धर्म को आगे बढ़ाता है।’’
अपने खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के मामले में फैसला आने में हो रही देरी को लेकर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। इसका नतीजा 5 से 50 साल में आएगा। (विधानसभा) का कार्यकाल खत्म हो रहा है। अगर वे (बागी विधायक) अयोग्य ठहराए भी जाते हैं, तो वे चुनाव लड़ सकते हैं।’’
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की दिनदहाड़े ‘हत्या’ की जा रही है लेकिन जनता की अदालत में न्याय होगा।
मानसून के दौरान गड्ढों से भरी सड़कों के बारे में उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर निशाना साधा।
ठाकरे ने कहा, ‘‘मुंबई, पुणे और अन्य शहरों सहित हर जगह गड्ढे हैं। गडकरी ने एक बार कहा था कि वे ऐसी सड़कें बनवाएंगे कि 200 साल बाद भी उन पर एक भी गड्ढा नहीं होगा। लेकिन सड़कों की हालत को देखते हुए गडकरी को ‘खड्डे पुरुष’ का पुरस्कार दिया जाना चाहिए। मुंबई-गोवा हाईवे अभी भी निर्माणाधीन है।’’