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उद्धव ठाकरे का महाराष्ट्र सरकार से सवाल, ‘गद्दार’ कहने पर कामरा को नोटिस, लेकिन सोलापूरकर पर चुप्पी क्यों?

शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने ‘‘गद्दार’’...
उद्धव ठाकरे का महाराष्ट्र सरकार से सवाल, ‘गद्दार’ कहने पर कामरा को नोटिस, लेकिन सोलापूरकर पर चुप्पी क्यों?

शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने ‘‘गद्दार’’ का अपमान करने के लिए कॉमेडियन कुणाल कामरा को तलब किया, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘‘अपमान’’ करने के मामले में अभिनेता राहुल सोलापूरकर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

ठाकरे ने कहा, ‘‘आप एक गद्दार का अपमान करने के लिए कुणाल कामरा को दो बार तलब करते हैं, लेकिन राहुल सोलापूरकर को एक बार भी नहीं बुलाते।’’

कामरा को मुंबई पुलिस ने तलब किया है। शिवसेना (उबाठा) ने अकसर शिंदे के लिए ‘‘गद्दार’’ शब्द का इस्तेमाल किया है जिन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर 2022 में पार्टी को विभाजित कर दिया।

कामरा के ‘पैरोडी’ गीत में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निशाना बनाया गया था, जिसके बाद रविवार को यहां एक स्टूडियो पर शिंदे समर्थकों ने हमला कर दिया था।

हाल में एक ‘पॉडकास्ट’ में सोलापूरकर ने कहा था कि 17वीं सदी के मराठा योद्धा शिवाजी महाराज मुगल सम्राट औरंगजेब के अधिकारियों को ‘‘रिश्वत’’ देकर आगरा किले से भाग निकले थे, न कि मिठाई की टोकरी में खुद को छिपाकर जैसा कि प्रचलित है। इसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने ‘‘रिश्वत’’ शब्द पर आपत्ति जताई।

‘सौगात-ए-मोदी’ पहल के बारे में ठाकरे ने कहा, ‘‘जब शिवसेना को मुस्लिम मतदाताओं से भारी समर्थन मिला तो यह कहते हुए हल्ला मचाया गया कि मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है। उन्होंने सत्ता-जिहाद जैसे शब्द भी कहे। लेकिन अब, उन्हीं लोगों ने अपना रुख बदल दिया है।’’

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