उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनितिक दलों की बायनबाजियां तेज हो गई है। राज्य में 14 फरवरी को मतदान होने जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को टिहरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इसमें उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वे टिहरी बांध से विस्थापित लोगों की समस्याओं का समाधान करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि 1,100 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश को मिले, क्योंकि बांध से उसका राजस्व हिस्सा उत्तराखंड में आता है।
उन्होंने लोगों से भाजपा और कांग्रेस को बारी-बारी से इतने सालों तक सत्ता में लाने के बाद आप को एक मौका देने के लिए कहा, उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के पास ही उनकी समस्याओं का समाधान है।
सिसोदिया ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि टिहरी बांध से विस्थापित लोगों की समस्या आज भी कायम है। चुने जाने पर हम उनका समाधान करेंगे। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि टिहरी बांध से उत्तर प्रदेश के हिस्से के रूप में 1100 करोड़ रुपये उत्तराखंड को मिले। यह राज्य के हर घर को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने के लिए पर्याप्त होगी।
उन्होंने पूछा कि टिहरी बांध के निर्माण के इतने वर्षों के बावजूद उत्तराखंड के राजस्व का सही हिस्सा उत्तर प्रदेश को क्यों जाना चाहिए?
इससे पहले, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने शहर के बौरारी इलाके में आप उम्मीदवार त्रिलोक सिंह नेगी के लिए घर-घर प्रचार किया और कहा कि सत्ता में आने पर पार्टी उत्तराखंड में विकास का दिल्ली मॉडल लाएगी।
बाद में, उन्होंने कुट्टा गांव का दौरा किया जहां उन्होंने बाजरा 'रोटियों' और 'सरसो का साग' के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखा। उन्होंने सत्ता में आने पर स्थानीय व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए काम करने का भी वादा किया।