कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने बृहस्पतिवार रात को कहा कि वायुसेना को ‘अग्निपथ’ योजना के तहत साढ़े सात लाख आवेदन मिलना योजना की लोकप्रियता को नहीं दर्शाता है बल्कि यह बताता है कि बेरोज़गारी की स्थिति विकराल है और इस वजह से हताश युवा कोई भी नौकरी करने को तैयार हैं।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार को कहा कि उसे अल्पकालिक सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ के तहत 7.5 लाख आवेदन मिले हैं। योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून से शुरू हुई और मंगलवार को समाप्त हुई।
चिदंबरम ने एक ट्वीट में कहा, "तथ्य: अग्निवीर योजना के तहत आईएएफ में 3000 पदों के लिए 7,50,000 आवेदक। गलत निष्कर्ष: युवाओं के बीच अग्निवीर योजना लोकप्रिय है। सही निष्कर्ष: बेरोजगारी की स्थिति इतनी चरम है कि हताश युवा कोई भी नौकरी लेने को तैयार हैं।"
14 जून को इस योजना का अनावरण होने के बाद, इसके खिलाफ कई राज्यों में लगभग एक सप्ताह तक हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए और विभिन्न विपक्षी दलों ने इसे वापस लेने की मांग की।
अग्निपथ योजना के तहत, साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के लोगों को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा और उनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा के लिए शामिल किया जाएगा।
सरकार ने 16 जून को, इस योजना के तहत भर्ती के लिए अधिकतम आयु सीमा को वर्ष 2022 के लिए 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था और बाद में, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में "अग्निवीर" की सेवानिवृत्ति पर रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में वरीयता जैसे कई कदमों की घोषणा की थी।