विश्व हिंदू परिषद (विहिप) आखिरकार अयोध्या में बीजेपी के पक्ष में है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में राष्ट्रवादी सरकार का गठन 'सुनिश्चित' करने के लिए विहिप प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में प्रसाद और 'चरण रज' (मंदिर स्थलों की मिट्टी) बांट रही है। साथ ही 'ईमानदार' नेतृत्व वाली 'राष्ट्रवादी' सरकार चुनने की अपील भी की जा रही है।
विहिप के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा, "लोगों को यह भी बताया जा रहा है कि यह हमारे सामने एक 'महायज्ञ' (चुनाव) है और इस समय 'आहुति' और संकल्प देने की जरूरत है। ऐसा होना चाहिए कि इस राज्य में और अन्य स्थानों पर, एक 'राष्ट्रवादी' (राष्ट्रवादी) सरकार हो जो राम लला, 'गौ, गंगा और गायत्री' की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो और जो लोग ऐसा कर सकते हैं, वे चुने जाते हैं।"
विहिप ने इस सप्ताह की शुरुआत में मिट्टी के पैकेट बांटना शुरू किया था, लेकिन इस प्रथा को एकाएक रोक दिया गया। इसे अब दोबारा शुरू कर दिया गया है।
इस बार राम लला के प्रसाद के पैकेट और मंदिर स्थल से मिट्टी के साथ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पर्चे भी बांट रहे हैं, जिसमें ईमानदार नेतृत्व वाली और राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का सम्मान करने वाली सरकार चुनने की अपील है।
मतदाताओं को एक ऐसी सरकार चुनने के लिए कहा गया है जो जाति की राजनीति से मुक्त एक सामंजस्यपूर्ण समाज की स्थापना के अलावा अयोध्या के विकास और राम मंदिर के निर्बाध निर्माण के लिए काम करे।
अयोध्या में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत आगामी 27 फरवरी को मतदान होना है। विहिप हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा पर आधारित एक दक्षिणपंथी संगठन है। राम मंदिर आंदोलन में यह काफी सक्रिय था।