देश में धर्मातरण के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद सोमवार से 11-दिवसीय अभियान छेड़ रही है। इस दौरान गैर कानूनी धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाने और इस्लाम व ईसाई धर्म अपनाने वाले आदिवासियों को आरक्षण व अन्य लाभ नहीं देने की मांग की जाएगी। इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ऐसे अनुसूचित जनजाति के लोगों से संविधान द्वारा दी गई आरक्षण की सुविधा छीन ली जानी चाहिए, जिन्होंने धर्मांतरण कर लिया हो।
नई दिल्ली में शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में विहिप नेता ने कहा कि जिस तरह धर्म बदलने पर अनुसूचित जाति के लोगों का आरक्षण खत्म हो जाता है, उसी तरह से एसटी समुदाय के उन लोगों का भी आरक्षण खत्म होना चाहिए, जिन्होंने दूसरे धर्म को अपना लिया है।
कुमार ने कहा कि जनजातीय समुदाय के जिन लोगों ने दूसरी पूजा पद्धति अपना ली हो या दूसरे धर्म का आचरण स्वीकार कर लिया हो, उन्हें संविधान प्रदत्त आरक्षण की सुविधा मिलनी बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करने पर अनुसूचित जाति के लोगों की आरक्षण सुविधा खत्म होने का प्रावधान पहले से ही है।
आलोक कुमार ने कहा कि यदि ऐसा है तो संविधान या कानून में संशोधन किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दूसरे धर्म में परिवर्तित होने वाले आदिवासियों को संविधान के तहत अनुसूचित जनजातियों को प्रदान की जाने वाली आरक्षण और अन्य सुविधाओं का लाभ न मिले।