उत्तरप्रदेश में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव जमकर हमला बोला। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार ने मुस्लिम बेटियों की पीड़ा को समझते हुए तीन तलाक रोधी कानून बनाया है। वो बोले हम परिवार वाले भले नहीं हैं लेकिन हर परिवार के दर्द को समझते हैं।’
मोदी ने बाराबंकी में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, "जो दावा करते हैं कि वह तो परिवार वाले हैं मगर उन्हें तीन तलाक पीड़िताओं का दर्द क्यों नहीं दिखा। मेरी मुस्लिम बहनों, बेटियों को छोटे-छोटे बच्चे लेकर पिता के घर लौटना पड़ता था, तब तुम्हें परिवार का दर्द क्यों समझ नहीं आया। हम परिवार वाले नहीं हैं लेकिन हर परिवार के दर्द को पहचानते हैं।"
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि घोर परिवारवादी लोगों ने वोट बैंक की वजह से मुस्लिम बेटियों के जीवन की पहाड़ जैसी दिक्कतों को देखने की भी फुर्सत नहीं निकाली। उन्होंने कहा कि यह हमारी ही सरकार है जिसने इन मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के कुचक्र से मुक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि माता-पिता और भाई बड़े अरमानों के साथ बेटी की शादी कर उसे विदा करते हैं लेकिन वही बेटी पांच 10 साल बाद तीन तलाक सुनकर घर लौट आती है तो आप कल्पना कर सकते हैं कि उस बेटी के मां-बाप और भाई पर क्या बीतती होगी। उन्होंने कहा, ‘‘तुम परिवार वाले हो अरे तुम्हें तो इस दर्द का पता चलना चाहिए था लेकिन तुम्हें नहीं पता चला क्योंकि तुम्हें सिर्फ बैलट बॉक्स ही दिखता है, तुम्हें किसी की जिंदगी नहीं दिखती।"
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बिजनौर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान परिवारवाद के आरोप पर मोदी को जवाब देते हुए कहा था कि जिनके पास परिवार होता है वे ही एक परिवार का दर्द समझ सकते हैं।
मोदी ने दावा करते हुए कहा कि जितनी सुविधाएं हमने बहनों को दी हैं यह किसी की जाति या मजहब देखकर नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अगर इन योजनाओं का सबसे अधिक फायदा किसी को मिला है तो हमारी दलित माताओं, बहनों, पिछड़े समाज की माताओं बहनों और मुस्लिम समाज के बहनों को मिला है।