आईपीएल का 60वां मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के मध्य बीते रविवार को खेला गया था। लेकिन चेन्नई के जीत के अलावा इस मैच में रवींद्र जडेजा के आउट होने की वजह सुर्खियों का कारण बन गई। आईपीएल के इतिहास में युसुफ पठान और अमित मिश्रा के बाद यह तीसरी दफा हुआ जब फील्ड में बाधा डालने की वजह से किसी प्लेयर को आउट करार दिया गया हो। दरअसल चेन्नई के चेपॉक में दोनों टीम के बीच में मैच हो रहा था।
ये मामला तब सामने आया जब चेन्नई, राजस्थान से मिले 142 रनों के लक्ष्य की पीछा कर रही थी। 16वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आवेश खान ने बॉल डाली जिसे जडेजा ने थर्ड मैन की दिशा में खेला था। जडेजा ने तेजी से पहला रन लेकर दूसरे रन के लिए दौड़ लगाई थी लेकिन पिच के दूसरी तरफ गायकवाड़ यह रन नहीं लेना चाहते थे। तालमेल के इसी गड़बड़ी के कारण जडेजा आधी पिच आने के बाद वापस नान स्ट्राइकिंग एंड पर लौट रहे थे। तभी कीपर, संजू सैंमसन ने गेंद को सीधे नॉन स्ट्राइक एंड पर थ्रो कर दिया जो जाकर जडेजा को लग गई।
राजस्थान के खिलाड़ियों की अपील पर मैदानी अंपायर ने फैसला थर्ड अंपायार को रेफर कर दिया। थर्ड अंपायर ने माना कि जडेजा गेंद को देखने के बाद जानबूझकर बीच में आ गए जिससे फील्डिंग में बाधा पहुंची। बाद में थर्ड अंपायर ने जडेजा को आउट करार दिया। हालांकि जडेजा अंपायर के फैसले से खुश नहीं दिखें, जिसके बाद उन्होंने अंपायर से बात की लेकिन आखिर में उन्हें वापस पवेलियन लौटना पड़ा।
क्या कहता है नियम
एमसीसी के नियम 37।1 के अनुसार, संदेह से बचने के लिए, यदि अंपायर को लगता है कि विकटों के बीच दौड़ने में बल्लेबाज ने बिना किसी संभावित कारण के महत्वपूर्ण रूप से अपनी दिशा बदल दी है और इस तरह एक फील्डिंग में बाधा पहुंचाई। रन आउट के प्रयास के परिणाम को बदलने पर, अपील करने पर बल्लेबाज को फील्ड में बाधा डालने के लिए आउट दे दिया जाना चाहिए। यह प्रासंगिक नहीं होगा कि रन आउट हुआ होगा या नहीं।
सीएसके के बैटिंग कोच माइकेल हसी को लगता है कि फैसला किसी भी तरफ जा सकता था। दूसरे रन का विकल्प चुनने के बाद, जब जडेजा ने वापस दौड़ने का फैसला किया तो वह पिच के बीच में आधे रास्ते पर थे। हालांकि, ऐसा करते समय, सबसे बाईं ओर से, जडेजा ने अपना दौड़ने का रास्ता बदल दिया और सीधे सैमसन के थ्रो के रास्ते में आ गए। गेंद, जडेजा को लगी, जिससे बाधा वाला हिस्सा खेल में आ गया, लेकिन जब जडेजा वापस दौड़ रहे थे उस वक्त उन्होंने अपना एंगल थोड़ा बदल लिया था जिसके बाद हसी समझ गए कि फैसला सही था।
वहीं दूसरी ओर श्री लंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा अंपायर के फैसले से खुश और संतुष्ट दिखें। संगकारा का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, चूंकि सीएसके के ऑलराउंडर ने गलत किया और संभावित रन-आउट को रोक दिया। ऐसे में अंपायर के पास कोई रास्ता नहीं था कि उन्हें आउट नहीं दिया जाता। सैमसन का हिट स्टंप्स पर लगा होगा या नहीं, यह कोई नहीं जानता, लेकिन थ्रो से जो कुछ भी कहा जा सकता था, वह काफी सपाट और सटीक लग रहा था।