असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भाजपा नेता सीता सोरेन के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए मंत्री इरफान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर झारखंड की झामुमो नीत सरकार पर बुधवार को निशाना साधा. शर्मा ने दावा किया कि राज्य सरकार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करने में हिचकिचा रही है क्योंकि वह घुसपैठियों को नाराज नहीं करना चाहती. बहरागोड़ा में महिला सम्मेलन में शर्मा ने कहा कि हाल में, मंत्री एवं कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि ऐसा करने पर घुसपैठिए नाराज हो सकते हैं. सीता सोरेन और अंसारी, दोनों जामताड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने भी अंसारी की टिप्पणी का संज्ञान लिया और झारखंड सरकार को नोटिस जारी कर मामले पर रिपोर्ट मांगी है. भाजपा के चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए हर दिन राज्य में प्रवेश कर रहे हैं. शर्मा ने कहा, “वे यहां आदिवासी लड़कियों से शादी करके जमीन हथिया रहे और मुखिया बन रहे हैं. झारखंड की राजनीति धीरे-धीरे घुसपैठियों के हाथों में जा रही है, लेकिन झामुमो सरकार उनके खिलाफ कुछ नहीं कर रही है.” उन्होंने आरोप लगाया कि घुसपैठियों ने संथाल परगना के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर दिया है.
भाजपा नेता ने कहा कि अगर झारखंड में भाजपा सत्ता में आई तो घुसपैठियों को बाहर कर दिया जाएगा. असम के मुख्यमंत्री ने 2019 के चुनावों के दौरान किए गए वादों को पूरा नहीं करने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) सरकार की भी आलोचना की, जिसमें पांच लाख नौकरियां देना भी शामिल था. शर्मा ने वादा किया कि भाजपा सरकार रोजगार देगी, रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में उपलब्ध कराएगी और प्रति वर्ष दो सिलेंडर मुफ्त देगी, गरीबों के लिए 21 लाख घर बनाएगी और गोगो दीदी योजना के तहत महिलाओं को 2,100 रुपये प्रदान करेगी. झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में, 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी.