पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा का अभियान जोरों पर है। इस बीच यह भी अटकलें लगाई जा रही है कि भाजपा दिग्गज क्रिकेटर और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को बंगाल चुनाव में पार्टी का चेहरा बना सकती है।
गांगुली को ममता बनर्जी के सामने उतारने की बात की अभी तक किसी ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। मगर राजनीतिक हलकों में यह सुगबुगाहट जारी है। वहीं बीजेपी जिस हिसाब से बंगाल फतह के लिए अमित शाह की अगुवाई में जोर लगा रही है ऐसे में इस सम्भावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
इस बीच सौरव गांगुली के बीजेपी में शामिल होने और मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार होने के कयासों को लेकर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने भी टिप्पणी की है। रॉय ने कहा कि अगर सौरव ऐसा फैसला लेते हैं तो उन्हें काफी दुख होगा।
सौगत रॉय ने कहा कि सौरव गांगुली सभी बंगालियों के लिए एक आइकन हैं, यदि वो राजनीति में आते हैं तो मैं खुश नहीं होऊंगा। वो बंगाल से इकलौते क्रिकेट कप्तान रहे, टीवी शो के कारण भी फेमस हैं। उनका राजनीति में कोई बैकग्राउंड नहीं हैं, ऐसे में वो यहां नहीं टिक पाएंगे।
वहीं पिछले दिनों जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बंगाल में थे, तब भी उनसे इसपर सवाल हुआ था। मगर अमित शाह ने इसपर जवाब नहीं दिया था और कहा था कि अभी तक ऐसी कोई बात नहीं हुई है, जब भी कोई निर्णय होगा तो जानकारी दी जाएगी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में मई 2021 में चुनाव होना है लेकिन यहां की राजनीति अभी से गर्मा गई है। बीजेपी अमित शाह की अगुवाई में बंगाल पर अपना पूरा फोकस रखी है। हाल ही में बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को भी राज्य में बतौर सहप्रभारी की कमान सौंपी गई है। वहीं इससे पहले पार्टी कई मशहूर हस्तियों पर अपना दांव लगा चुकी है। पार्टी बाबुल सुप्रियो, रूपा गांगुली जैसे चेहरों की बदौलत बंगाल में अपनी जमीन मजबूत करती रही है। ऐसे में गांगुली को अगर ममता के बरक्स चुनावी मैदान में उतारा जाता है तो कोई हैरानी नहीं होगी।