नागरिक पत्रिका के संपादक मुनीष कुमार और स्वतंत्र पत्रकार प्रभात ध्यानी रामनगर कस्बे से 20 किमी दूर ग्रामीणों के बुलावे पर वीरपुर लच्छी गांव गए थे। गांव में बुक्सा जनजाति के लोग रहते हैं। वे लोग इलाके में अवैध खनन के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे।
मुनीष और प्रभात के वापस लौटते वक्त गुंडों ने उन पर जान लेवा हमला कर दिया। ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें बचाया। इस घटना के बाद पूरे उत्तराखंड में आक्रोश है और विरोध प्रदर्शन जारी हैं। नैनीताल समाचार के संपादक राजीव लोचन साह ने इसे उत्तराखंड में बढ़ते माफिया राज का संकेत कहा है तो भाकपा-माले नेता राजा बहुगुणा, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश नौटियाल और गणेश रावत ने जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
इस घटना के खिलाफ पत्रकारों और जन संगठनों ने दिल्ली के उत्तराखंड भवन में भी आज प्रदर्शन किया।