शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से ‘‘दोस्त होने के नाते’’ बृहस्पतिवार को मुलाकात की। ठाकरे ने ‘‘चुनाव संबंधी अनियमितताओं’’ पर भी चिंता जताई।
उन्होंने केजरीवाल से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बरकरार रहते हैं। हमने दोस्त होने के नाते केजरीवाल से मुलाकात की। हालांकि, हमारा लोकतंत्र स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है। चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं हैं।’’
ठाकरे के साथ शिवसेना (उबाठा) के वरिष्ठ नेताओं संजय राउत एवं प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई अन्य नेता थे। उन्होंने दिल्ली में हुए हालिया विधानसभा चुनाव और विपक्षी ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के भविष्य पर चर्चा की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पांच फरवरी को हुए चुनाव में दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में से 48 सीट जीतकर सत्ता में आई और ‘आप’ को 22 सीट पर जीत मिली।
कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और ‘आप’ ‘इंडिया’ के घटक हैं, जिसका गठन पिछले साल के लोकसभा चुनावों से पहले हुआ था।
ठाकरे ने निर्वाचन आयोग (ईसी) पर महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और दिल्ली सहित कई राज्यों में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने लोगों से वोट देने का अधिकार छीन लिया है। वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले को औपचारिक रूप से उठाएगा। ठाकरे ने इस बात पर जोर दिया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव ‘‘देश के लिए आवश्यक हैं।’’